सीकर.भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष की ओर से प्रदेश के ज्यादातर जिलों में युवा मोर्चा अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी गई। लेकिन सीकर जिले में अभी तक घोषणा नहीं हो सकी है। दरअसल, सीकर से चार युवाओं के नाम प्रमुख रुप से दौड़ में शामिल है। लेकिन चारों में से एक नाम पर दोनों तरफ से मुहर नहीं लग सकी। इस वजह से आलाकमान की ओर से भाजयुमो जिलाध्यक्ष का नाम घोषित नहीं किया है। सूत्रों की माने तो पार्टी आलाकमान ने सीकर जिलाध्यक्ष इंदिरा चौधरी से दस नाम मंगवाए थे। उन्होंने लंबे समय से जुड़े कार्यकर्ताओं के नाम भी भिजवा दी। इस बीच महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने जिलाध्यक्षों की नियुक्ति कर दी। इसमें सीकर से अनिता शर्मा को फिर से जिलाध्यक्ष का मौका दिया गया है। सूत्रों की माने तो अब इन समीकरणों में अब तक दौड़ में आगे चलने वाले ब्राहाण समाज के एक युवा का नाम पीछे पहुंच गया। जबकि कई संगठनों की ओर से उस नाम की पैरवी की जा रही है। सूत्रों की माने तो पार्टी ने अब गैर बाह्मण को अध्यक्ष बनाने की रणनीति बनाई है। इस दिशा में पार्टी की ओर से काम किया जा रहा है। फिलहाल राजपूत समाज के एक युवा का नाम दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है। युवा मोर्चा में प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने के साथ ही नई कार्यकारिणी की कवायद तेज हो गई थी। लेकिन सीकर जिले का पेंच अभी तक नहीं सुझझ सका है।
जल्द हो सकती है घोषणाभाजयुमो जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के मामले को पार्टी आलाकमान अब किसी भी स्थिति में और ज्यादा आगे खिसकाने के मूड में नजर नहीं आ रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगले चार महीनों में युवा मोर्चा की ओर से सभी जिलों में सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की जा रही है। इस लिहाज से प्रदेश अध्यक्ष ने जल्द जिलाध्यक्ष नियुक्त करने का पिछली बैठक में तर्क भी दिया था।
आठ साल का सबसे लंबा कार्यकालसीकर जिले में भाजयुमो जिलाध्यक्ष का अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल डॉ. कमल सिखवाल के नाम रहा। उन्होंने लगभग आठ वर्ष तक सीकर की कमान संभाली। उन्होंने सीकर में मुख्य संगठन के जिलाध्यक्ष हरिराम रणवां, झाबर सिंह खर्रा और मनोज सिंघानिया के साथ काम किया। इस दौरान पांच प्रदेश अध्यक्ष रहे, लेकिन सीकर जिलाध्यक्ष नहीं बदला गया था।
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