सीकर/गणेश्वर. राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना कस्बे के गणेश्वर गांव के चोंसला की ढाणी के जंगलों में बकरी लेने गया 15 वर्षीय देशराज शुक्रवार को रातभर नहीं लौटा। सूचना पर पूरे गांव में हड़कंप मच गया। पैंथर का शिकार होने की आशंका व अफवाहों के बीच पुलिस व वन विभाग की टीम के साथ एसडीएम व तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने सैंकड़ों ग्रामीणों के साथ रात को ही तलाशी अभियान शुरू किया। जंगल व पहाड़ों में टीम रातभर देशराज को तलाशती रही। जो सुबह करीब पांच बजे आखिरकार खुद ही पहाड़ी से वापस लौटता दिखा। पूछताछ में देशराज ने बताया कि रात को उसने पहाड़ी पर पेंथर देख लिया था। जिसकी वजह से वह डर से बेहोश हो गया था। सुबह होश आया तो उसने उसने गांव की ओर रुख किया।
एसडीएम व तहसीलदार सहित कई आलाधिकारियों ने किया सर्चप्रशासन, पुलिस व वन विभाग की टीम के साथ सर्च ऑपरेशन में 300 से ज्यादा ग्रामीण मौजूद रहे। अगुआई उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता, तहसीलदार सतवीर यादव, डिप्टी गिरधारीलाल शर्मा, सदर थानाधिकारी कस्तूर वर्मा, नीमकाथाना कोतवाल राजेश डूडी, नीमकाथाना रेंजर श्रवण बाजिया व श्रीमाधोपुर रेंजर देवेन्द्र सिंह राठ़ौड़ सहित कई अधिकारियों ने की। जिन्होंने रातभर कई चरणों में अलग- अलग टीम बनाकर युवक की तलाश की।
खेलने के बाद रात को गया पहाड़ी पर जानकारी के मुताबिक देशराज गुर्जर पुत्र जयराम गुर्जर गणेश्वर की पहाड़ी स्थित भैरुंजी के मंदिर में बीती शाम अपने दोस्त के साथ खेल रहा था। अधेंरा होने पर दोस्त तो वापस लौट आया लेकिन देशराज पहाड़ी पर अपनी बकरियां लेने चला गया। बकौल देशराज वापस लौटते समय पहले तो बरसात की वजह से उसे पहाड़ी पर ही रुकना पड़ा। बाद में जब बारिश रुकने पर वह घर आने लगा तो रास्ते में उसे पेंथर दिख गया। जिसे देखते ही डर से वह बेहोश हो गया। जिसके बाद उसकी आंख सुबह ही खुली।
15 वर्षीय किशोर को जंगल में रातभर ढूंढता रहा प्रशासन, सुबह खुद लौटकर बोला पेंथर से हो गया था सामना
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