पत्रिका न्यूज नेटवर्कमदनगंज-किशनगढ़. लम्बे अंतराल के बाद चली गुंदोलाव झील की चादर देखने के लिए नगर के बाशिंदों की खासी भीड़ उमडऩे लगी। झील की पाल के पास वाली पुलिया पर चादर चलते देखने वाले लोगों की शनिवार सुबह काफी भीड़ हो गई।विधायक सुरेश टांक सुबह ही गुंदोलाव की चादर चलने और पाल एवं पुलिया का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे और यहां विधायक टांक ने लोगों से पाल और पुलिया से दूर रहने का आग्रह भी किया। ताकि किसी प्रकार किसी को नुकसान न हो। यहां से विधायक टांक डूब क्षेत्र की कॉलोनियों ज्ञान विहार कॉलोनी एवं अन्य कॉलोनियों में भरे पानी को देखा। यहां से टांक पुराना बस स्टैंड में भरा पानी देखा और फायरकर्मियों को परिसर में भरे पानी को निकालने के निर्देश दिए। इसके बाद युवक के तालाब में डूबने और मौत होने की जानकारी पाकर टांक गुदली गांव पहुंचे और मृतक के परिवार के सदस्यों से मिले। करीब पौन घंटे की मशक्कत के बाद शव को तालाब से निकाला जा सके और टांक ने शव को यज्ञनारायण चिकित्सालय पहुंचाने में मदद की। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया। यहां से टांक गांव के काफी हिस्से में पानी भरने की जानकारी पाकर घासलों की ढाणी पहुंचे और भरे हुए बारिश के पानी को निकालने के निर्देश भी दिए। इसी प्रकार एसडीओ श्यामा राठौड़ ने भी सुबह गुंदोलाव झील की पाल का निरीक्षण किया और मदनगंज थाना सीआई राजेंद्र खंडेलवाल को पुलिया पर आवागमन बंद करने के निर्देश दिए। ताकि पुलिया पर दबाव न बढ़े। इस पर पुलिस ने पुलिया के दोनों तरफ लोगों को रोक दिया। यहां से एसडीओ राठौड़ ने रलावता गांव, गुदली, मोहनपुरा, हमीर तालाब का भी निरीक्षण किया और क्षेत्रीय लोगों को पानी से भरे क्षेत्रों और तालाबों इत्यादि से दूरी बनाने का आग्रह किया।
-कालीचरण23जोड़….5 साल बाद फिर चली गुंदोलाव झील की चादरपत्रिका न्यूज नेटवर्कमदनगंज-किशनगढ़.
गहरे पानी वाले जगह से दूर रहेजिलेभर में बारिश का दौर चल रहा है। सभी जगह के जलाशयों इत्यादि में पानी की आवक हो गई है। जिला प्रशासन एवं उपखंड प्रशासन को अलर्ट रहने एवं तत्काल आवश्यक कदम उठाने और किसी भी सूचना पर तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है। नागरिकों से भी आग्रह है कि वह गहरे पानी से दूर रहे और उसमें उतरने की कोशिश भी नहीं करें। किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा होती है तो तत्काल मुझे या प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दे ताकि समय पर सहायता या मदद की जा सके।-भागीरथ चौधरी, सांसद।
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