विकास जैन / जयपुर. जयपुर एयरपोर्ट से हवाई यात्रा ( jaipur Airport flights ) करने वाले यात्रियों को अनियमित फ्लाइट और आए दिन उड़ानों के रद्द होने ने परेशान कर रखा है। इस एयरपोर्ट पर डेढ़ साल के दौरान ही करीब डेढ़ दर्जन उड़ानों को बंद ( jaipur Airport flights Cancled ) किया जा चुका है।
वहीं इस साल जनवरी से अब तक ही करीब 150 से अधिक उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। बंद और रद्द उड़ानों की संख्या बीते तीन माह में सबसे अधिक है। इस दौरान यहां 1700 से अधिक उड़ान कम होने के साथ ही 33 हजार से अधिक यात्रियों की संख्या भी घट चुकी है।
हाल ही में यहां कुछ कंपनियों ने तो अपनी उड़ानों को स्थायी रूप से ही बंद कर दिया है। इस समय जयपुर एयरपोर्ट पर घरेलू उड़ानों के लिए एयर इंडिया, गो एयर, इंडिगो, स्पाइस जेट, एयर एशिया, जेट एयरवेज की उड़ान सेवाएं उपलब्ध हैं।
वहीं अंतराष्ट्रीय उड़ानों के लिए यहां एयर अरबिया, ओमान एयर, एयर एशिया, थाई स्माइल, एयर इंडिया एक्सप्रेस और स्पाइस जेट सेवाएं दे रही हैं। इस बार विमानों की संख्या में भारी कमी का सबसे बड़ा कारण वित्तीय संकट और कुछ एयरलाइंस के पास पायलट और क्रू की कमी बड़ा कारण माना जा रहा है। वहीं लगातार उड़ानों के रद्द होने और बंद होने से यात्रियों को महंगे विकल्पों का चयन करना पड़ रहा है।
जिससे उनकी जेब पर बड़ी मार पड़ रही है। हाल ही में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से जारी इस साल की दूसरी तिमाही में जयपुर एयरपोर्ट पर उड़ानों की संख्या में पिछले साल की दूसरी तिमाही की तुलना में 1729 उड़ानें कम संचालित हुई थीं। इसका कारण बड़ी संख्या में इस दौरान उड़ानों का संचालन बंद होना रहा।
ये उड़ाने हुई बंद
जयपुर एयरपोर्ट से बंद होने वाली उड़ानों में जयपुर से दिल्ली की चार से अधिक, लखनऊ —जयपुर—लखऊ, जयपुर—कोलकाता, हैदराबाद—जयपुर—हैदराबाद, कोचीन—जयपुर—कोचीन, स्पाइस जेट की अहमदाबाद—जयपुर—अहमदाबाद उड़ान सहित, जयपुर से चंडीगढ़, जयपुर से इंदौर, जयपुर से बड़ौदा की उड़ानें इसी साल के दौरान बंद हो चुकी हैं।
जेट से इंडिगो तक असरइस साल की शुरुआत में जेट एयरवेज पर आए आर्थिक संकट के चलते सबसे बड़ी मार पड़ी। इस एयवेज की उड़ानें बंद होने के बाद करीब 10 मार्ग आज भी खाली ही पड़े हैं। जिनमें चंडीगढ़, इंदौर और बड़ौदा की उड़ानें मुख्य तौर पर शामिल है। यहां के लिए उड़ानें नहीं होने के बावजूद इन मार्गो को लेने के लिए अभी तक कोई ठोस रूप से आगे नहीं आया है। जिससे ये खाली ही हैं। वहीं हाल ही में इंडिगो ने भी एक साथ चार उड़ानों को बंद कर दिया है।
अंतरराज्यीय कनेक्टिविटी और यात्री ना के बराबर
इस समय जयपुर-उदयपुर-जयपुर, जयपुर-बीकानेर-जयपुर और जयपुर-जैसलमेर-जयपुर के लिए 70 यात्री क्षमता वाले एटीआर विमान संचालित हैं। कई बार ये भी पूरी क्षमता से नहीं भर पाते हैं। जबकि प्रदेश के ये तीनों ही शहर पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। इन मार्गों पर देशी व विदेशी पर्यटकों की संख्या को देखें, तो यहां विमान अधिक होने पर यात्रियों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
रद् विमानों की कोई मॉनिटरिंग ही नहीं
उड़ान में खराबी के कारण के अलावा कई बार संचालन संबंधी या तकनीकी कारण बताकर उड़ान को रद्द कर दिया जाता है। इसकी ठोस जानकारी ना तो एयरपोर्ट अथॉरिटी को होती है और ना ही यात्रियों को दी जाती है। उड़ान के अचानक रद्द होने के बाद यात्री महंगा टिकट खरीदते हैं और दूसरी एयरलाइंस की चांदी हो जाती है।
जयपुर एयरपोर्ट पर बन रहा ऐसा अनचाहा रिकॉर्ड, यात्री हो रहे मजबूर, कंपनियां हो रही परेशान
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