सीकर. राजस्थान के सीकर शहर के पोलोग्राउण्ड में सोमवार रात पत्थरों से पीटकर की गई बुजुर्ग की हत्या के मामले में पुलिस भी सवालों के घेरे में है। सामने आया है कि मृतक ओम सिंह का बेटा रविन्द्र हमले के दौरान घटना स्थल से करीब सौ मीटर दूरी पर ही स्थित साउथ पुलिस चौकी भी पहुंच गया था। जहां उसने पुलिसकर्मियों से पिता की भीड़ से जान बचाने की गुहार भी लगाई। लेकिन, पुलिस ने उसकी समय पर मदद नहीं की। रविन्द्र के पीछे पुलिस चौकी पहुंचकर पथराव करने पर भी चौकी पुलिस कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई। नतीजा यह निकला कि चौकी पर पथराव पूरा हो चुकने के बाद पुलिस बाहर निकलकर मौके पर पहुंचती, तब तक ओम सिंह को पत्थरों से पीट पीटकर अधमरा किया जा चुका था। जिसने देर रात जयपुर रैफर करते ही रास्ते में ही दम तोड़ दिया। यही नहीं सीसीटीवी फुटेज में घटना के तीन मिनट बाद पुलिस गश्त की गाड़ी निकलती हुई दिखाई दी है। लेकिन, वो गाड़ी भी घटनास्थल पर नहीं रुकी। जबकि घायल अवस्था में ओमसिंह वहीं पर अचेता अवस्था में पड़ा हुआ था। जिसे समय पर अस्पताल ले आते तो उसकी जान बच सकती थी। लिहाजा पूरे मामले में पुलिस भी गंभीर आरोपों के साथ कटघरे में घिरती नजर आ रही है।
ये है मामला मृतक के बेटे रविंद्र ने रिपोर्ट दी कि वह सोमवार रात को करीब साढ़े नौ बजे दुकान को बंद करने के लिए आया। दुकान पर दोनों पिता-पुत्र मौजूद थे। वे दुकान का सामान अंदर रख रहे थे। तभी कालू, जीतू, मुकेश पुत्र भगवाना व विक्की पुत्र पिल्तूराम दुकान के पास आ गए। युवक दुकान के पास शराब पीकर उत्पात मचाने लग गए। तब ओमसिंह ने युवकों को उत्पात मचाने पर टोका। उनके बीच में कहासुनी हो गई। तब गुस्साए युवकों ने दुकान पर पथराव कर दिया। युवकों ने फोन कर बस्ती से अन्य युवकों को बुला लिया। युवकों ने आते ही रविंद्र से मारपीट शुरू कर दी। रविंद्र जान बचाने के लिए भाग गया। दुकान पर अकेले ओम सिंह से युवकों ने मारपीट कर डाली। युवकों ने पत्थरों से पीट-पीट कर बुजुर्ग को अधमरा कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे। वे बुजुर्ग को लेकर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने उसे गंभीर अवस्था में जयपुर रैफर कर दिया। जयपुर जाते समय अस्पताल के पास ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पीडि़त की रिपोर्ट के आधार पर चार संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है।
युवकों ने पुलिस चौकी पर भी फैंके पत्थरबुजुर्ग का बेटा रविंद्र युवकों से जान बचाने के लिए नजदीक ही राणी सती पुलिस चौकी में घुस गया। राणी सती चौकी घटनास्थल से सौ मीटर की दूरी चौराहे पर है। युवकों ने चौकी के बाहर भी पत्थर फैंके। रविंद्र ने बताया कि युवकों ने पीछे से उस पर पत्थर फैंके। वह जान बचाने के लिए चौकी में आकर छिप गया। अगर वह चौकी में नहीं आता तो वे उसे मार देते। युवकों ने बाहर से चौकी पर भी पत्थर फैंके। चौकी में छिपने के बाद उन्होंने उसके पिता से मारपीट कर डाली। घटना के समय चौकी में एक ही सिपाही मौजूद था। कुछ देर के बाद पुलिस की गाड़ी पहुंचने के बाद युवक फरार हो गए।
शराब ठेके पर बैठे रहते है शराबी
राणी सती रोड़ पर शराब के दो ठेके है। ठेकों पर रात को भी शराब बेची जाती है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि सड़क के दोनों ओर काफी संख्या में शराब के नशे में युवक बैठे रहते है। नट बस्ती के भी युवा सड़क पर ही बैठे रहते है। नजदीक ही सौ मीटर की दूरी पर राणीसती पुलिस चौकी भी है।
बड़ा बेटा महाराष्ट्र में कर रहा नौकरीमृतक ओम सिंह के दो बेटे है। बड़ा बेटा अविनाश नागदा में नौकरी करता है। परिजनों की सूचना मिलने पर सीकर के लिए रवाना हो गया। वहीं छोटा बेटा रविंद्र अकाउंटस का काम करता है। वह भी नट बस्ती में ही राणीसती रोड़ पर रहते है।
बेटा कहता रहा पिता को भीड़ से बचाओ, 100 मीटर दूरी पर भी मदद नहीं कर सकी पुलिस, नतीजा- हत्या
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