सीकर. सरकारी नौकरी की चाह में प्रदेश के कुछ युवा फर्जीवाड़ा करने से भी नहीं चूक रहे हैं। इस वजह से कई भर्तियां लगातार विवादों के साए में उलझ रही है। ताजा मामला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से 7810 पदों पर होने वाली सीएचओ भर्ती से जुड़ा है। सीएचओ की भर्ती भले ही संविदा की हो लेकिन युवाओं ने नौकरी हासिल करने के लिए कई तरह की श्रेणियों में आवेदन कर दिए। इसके आधार पर स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे युवाओं को विभिन्न श्रेणी का आरक्षण का लाभ देते हुए दुगने अभ्यर्थियों की विचारित सूची जारी कर दी। लेकिन दस्तावेज सत्यापन में ऐसे सैंकड़ों अभ्यर्थियों की ओर से पात्रता संबंधी दस्तावेज नहीं दिए गए। इस वजह से अंतिम परिणाम को लेकर चिकित्सा विभाग उलझा हुआ है।
विभाग ने जारी किया अंतिम नोटिस
बिना दस्तावेज के आरक्षण श्रेणी का लाभ उठाने की कोशिश करने वाले अभ्यर्थियों को अब चिकित्सा विभाग ने अंतिम नोटिस जारी किया है। एनएचएम निदेशक नरेश कुमार ठकराल की ओर से जारी पत्र में बताया गया कि 14 मार्च तक ऐसे अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आपत्ति दर्ज करवाते हुए संबंधित दस्तावेज जमा कराने होंगे। इसके बाद आपत्ति स्वीकार नहीं की जाएगी।
भर्ती से पहले दो बार विवादों मेंसीएचओ भर्ती का अंतिम परिणाम अभी तक जारी नहीं हुआ है। इससे पहले ही भर्ती दो बार विवादों में आ चुकी है। अभ्यर्थियों की ओर से परीक्षा के पैटर्न को लेकर भी सवाल उठाए गए थे। इसके बाद गुपचुप तरीके से परीक्षा एजेंसी भी बदल गई। इसी भर्ती को लेकर खुद चिकित्सा मंत्री की वरिष्ठ आइएएस अधिकारी से तकरार हो गई थी।
इस तरह के फर्जीवाड़े
84 अभ्यर्थी अन्य राज्यों के लेकिन खुद को बताया राजस्थानीविभाग ने नोटिस में बताया कि 84 अभ्यर्थियों ने आवेदन के समय अपने आप को राजस्थान का मूल निवासी बताया, लेकिन दस्तावेज सत्यापन के दौरान इन अभ्यर्थियों की ओर से राजस्थान के मूल निवासी नहीं होने का प्रमाण पत्र नहीं दिया। ऐसे में अब विभाग ने ऐसे अभ्यर्थियों से राजस्थान के मूल निवासी होने के दस्तावेज मांगे है।
120 ने बिना ईडब्लूएस के कर दिया आवेदनभर्ती में 120 ऐसे अभ्यर्थी सामने आए हैं जिन्होंने बिना ईडब्लूएस प्रमाण पत्र के आवेदन कर दिया। कई अभ्यर्थी ऐसे भी हैं जिनके प्रमाण पत्र की वैद्यता समाप्त हो गई। इस श्रेणी के अभ्यर्थियों को भी विभाग ने अंतिम नोटिस जारी किया है।
42 ने परित्यक्ता कोटे से भरा फॉर्म, अब नहीं दे पा रहीं दस्तावेज-इस भर्ती में 42 महिला अभ्यर्थी ऐसी हैं जिन्होंने परित्यक्ता कोटे से आवेदन किया था। लेकिन वे अब तक इससे संबंधित दस्तावेज के साक्ष्य पेश नहीं कर सकी है। इसी तरह भूतपूर्व श्रेणी कोटे के 42 अभ्यर्थियों से दस्तावेज मांगे गए हैं।
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