सवाईमाधोपुर. अधिकारियों की उदासीनता व प्रचार-प्रसार के अभाव में महात्मा गांधी ग्रामोत्थान शिविर महज औपचारिक ही साबित हो रहे हैं। पंचायतीराज विभाग की ओर से भले ही आगामी 2 अक्टूबर तक की अवधि तक जिले के हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर महात्मा गांधी ग्रामोत्थान शिविर का आयोजन किया जा रहा हो, लेकिन शिविरों में महज खानापूर्ति ही की जा रही है। कई जगहों पर अव्यवस्थाएं पूरी तरह हावी है। स्थिति ये है कि निर्धारित समय दस बजे तक ना तो कोई अधिकारी पहुंच रहे हैं और ना ग्रामीण।
लोगों को नहीं कर पाए जागरूकमहात्मा गांधी ग्रामोत्थान शिविर चरणबद्ध तरीके से 15 अगस्त से शुरू हो गए है, लेकिन विभागों की ढिलाई के चलते ये शिविर परवान नहीं चढ़ पा रहे है। स्थिति ये है कि ग्राम पंचायत के राजीव गांधी सेवा केन्द्रों पर प्रचार-प्रसार व जागरूकता के अभाव में गिने-चुने ही लोग अपनी समस्याओं को लेकर पहुंच रहे है। जीनापुर के अलावा गंगापुरसिटी के सलेमपुर और मोहचा, बामनवास में भांवरा, बौंली के गोताड़ और दतूली आदि ग्राम पंचायतों में अमूमन यही हाल थे।
11 बजे तक खाली पड़ी रही कुर्सियांशिविर शुरू होने का समय सुबह दस से है, लेकिन ग्राम पंचायत जीनापुर के राजीव गांधी सेवा केन्द्र पर अधिकारियों की लेटलतीफी से सुबह 11 बजे तक भी शिविर शुरू नहीं हो सका। ऐसे में मंच व लगाई गई कुर्सियां खाली पड़ी रही। हालांकि इसके बाद गिने-चुने लोग आने के बाद आनन-आनन में शिविर शुरू किया गया। इसके बाद करीब 12 बजे तहसीलदार मनीराम खींचड़, प्रधान सूरजमल बैरवा आदि पहुंचे। इस दौरा पेंशन, श्रमिक डायरी सहित अन्य समस्याओं का निस्तारण हो सका।
नहीं जारी हो सके पट्टेजीनापुर ग्राम पंचायत यूआईटी के अधीन होने से शिविर के दौरान भूमि आवंटन के पट््टे जारी नहीं हो सकें। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना भी यूआईटी में जाने से प्रगति शून्य रही। शिविर के दौरान पीईईओ सतीशकुमार सैन व दिनेश बैरवा, सहित पंचायत समिति सहायक अभियंता सीमा शर्मा, राधेश्याम शर्मा, श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास के अधिकारी मौजूद थे।
जीनापुर में सुबह 10 बजे सभी व्यवस्था पूरी कर ली थी। विकास अधिकारी किसी प्रकरण में जयपुर गए थे। तहसीलदार, प्रधान व अन्य अधिकारी दोपहर करीब 12 बजे तक पहुंचे थे। ग्राम पंचायत यूआईटी के अधीन होने से शिविर के दौरान पट््टे जारी नहीं हो सके। पीएम आवास योजना में प्रगति शून्य रही। इसके लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है। गौरीशंकर नौवाल, सचिव, ग्राम पंचायत जीनापुर
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