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सीकर का मिशन 2023 :- 3 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट से बदलेगी तस्वीर, 20 हजार को मिलेगा रोजगार

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आशीष जोशीसीकर. यदि सब कुछ उम्मीद के मुताबिक रहा तो वर्ष 2023 के अंत तक सीकर के खंडेला इलाके में 3 हजार करोड़ का यूरेनियम पायलट प्रोजेक्ट शुरू हो जाएगा। यहां एक हजार लोगों को स्थाई नौकरी के साथ प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से करीब 20 हजार युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (यूसीआइएल) की ओर से देश भर में 10,500 करोड़ के ऐसे 13 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। यहां खनन कार्य शुरू होने पर देश में तीन गुणा यूरेनियम का उत्पादन होगा। यूसीआइएल और परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय (एएमडी) के साझा प्रयासों से 3 डी मॉडल के आधार पर रोयल में एक किलोमीटर लम्बी अनूठी सुरंग (अयस्क निकाय) खुदाई का काम चल रहा है। सीकर जिले से निकलने वाला यूरेनियम एनएफ सी (नेशनल फ्यूल कॉर्पोरेशन) को भेजा जाएगा। खंडेला प्रोजेक्ट को औद्योगिक व पीने के पानी की भविष्य की आपूर्ति के लिए सीकर नगर परिषद के साथ जल्द ही एमओयू होगा। ——————–बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाएगा सीकरवर्तमान में देश में भविष्य की बिजली जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से यूसीआइएल विदेशों में यूरेनियम माइनिंग लीज पर लेने की तैयारी कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया, कजाकिस्तान, रूस, कनाडा, नामीबिया सहित कुल दस देशों में इसके विशाल भंडार है। वर्ष 2023 में सीकर प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद भारत बिजली के मामले में आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाएगा। यहां के यूरेनियम से 40 साल तक 800 मेगावाट बिजली प्राप्त की जा सकती है। अब तक के अन्वेषण के अनुसार खंडेला के यूरेनियम भंडार की गुणवत्ता देश में सबसे बेहतर है।——————400 फ ीट नीचे हो रही सुरंग खुदाईरोयल व सुहागपुरा गांव में फि लहाल 400 फ ीट नीचे तक सुरंग खुदाई चल रही है। यह एक किलोमीटर लम्बी व 6 मीटर चौड़ी होगी। कोरोनाकाल में महीनों तक खुदाई का काम प्रभावित रहाए इसलिए प्रोजेक्ट में देरी संभव है। इलाके में चट्टानों के बीच में धार के रूप में यूरेनियम होने की पुष्टि हुई थी।——————इसलिए है यूसीआइएल का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट-खंडेला जयपुर व दिल्ली से ज्यादा दूर नहीं होने से यूरेनियम सप्लाई में ज्यादा खर्चा नहीं आएगा।-शेखावाटी के अन्य क्षेत्रों में भी यूरेनियम भंडार होने से हैदराबाद की तर्ज पर यहीं पर प्रोसेसिंग प्लांट भी लगाया जा सकता है।——————यहां और भी हैं यूरेनियम के भंडारशेखावाटी में झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी क्षेत्र के जहाज,नृसिंहपुरी व नीमकाथाना क्षेत्र के तीन गांवों में भी यूरेनियम के भंडार होने की संभावना जताई गई है। यहां कोविड की वजह से अन्वेषण का काम फिलहाल अटका हुआ है।———————–एक्सपर्ट व्यू:- दस साल पहले देखा सपना अब होगा साकारशेखावाटी में यूरेनियम के भंडार होने के प्रमाण लगभग दस वर्ष पहले सर्वे में मिल चुके थे। सर्वे के अनुसार 10 से 12 हजार टन से ज्यादा यूरेनियम शेखावाटी के गर्भ में है। इस प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक मंजूरी वर्ष 2019 में मिल गई थी। यदि काम ने रफ्तार पकड़ी तो वर्ष 2023 में यह प्रोजेक्ट शुरू हो जाएगा। यूरेनियम प्लांट शुरू होने से इलाके में 20 से 25 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा।राजीव बगडिय़ा, सहायक आचार्य, भूगोल, राजकीय कला महाविद्यालय सीकर

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