- Advertisement -
HomeNewsबंगाल से दिल्ली आने की तैयारी में लगी ममता को शिवसेना ने...

बंगाल से दिल्ली आने की तैयारी में लगी ममता को शिवसेना ने दिया झटका

- Advertisement -

2024 लोकसभा (2024 Lok Sabha) को लेकर एक तरफ जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) अलग-अलग नेताओं से मुलाकात कर रणनीति बनाने की कवायद में जुटी हुई है. वहीं दूसरी और शिवसेना (Shiv Sena) भी देश का नेतृत्व करने को तैयार है.
आपको बता दें कि तमाम क्षेत्रीय दलों (Regional Parties) के प्रमुख समय देखकर और अवसर देखकर अपने आप को प्रधानमंत्री पद की कुर्सी के लिए उपयुक्त बताते रहे हैं और अपने आप को प्रधानमंत्री का दावेदार बनाने के लिए लगातार तिकड़म करते रहे हैं. आज कहा जाता है कि विपक्ष कमजोर है और बीजेपी मजबूत है. इसका सबसे बड़ा कारण क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं की महत्वाकांक्षा है.
क्षेत्रीय पार्टियों के नेता अपनी महत्वाकांक्षा को त्यागने के लिए तैयार नहीं है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पिछले 7 साल से विपक्ष के सबसे मजबूत नेता के तौर पर बीजेपी का मुकाबला कर रहे हैं, भले ही उन्हें चुनावी जीत नसीब नहीं हुई हो. वह जनता के मुद्दों को लगातार उठा रहे हैं. बीजेपी अपनी तरफ से कितना भी कहेगी वह राहुल गांधी को सीरियसली नहीं लेती, लेकिन सच यही है कि राहुल गांधी जिस भी मुद्दे को उठाते हैं उस मुद्दे पर बीजेपी को बैकफुट पर आना पड़ता है.
बीजेपी के सामने एक मजबूत विकल्प पेश हो सके जनता के सामने इसमें सबसे बड़ा रोड़ा विपक्षी पार्टियों की एकजुटता की कमी है. क्षेत्रीय पार्टियां अपनी महत्वकांक्षी त्यागने के लिए तैयार नहीं है. भले ही राहुल गांधी जनता के मुद्दे को उठाते रहे, भले ही राहुल गांधी लगातार भाजपा का मुकाबला करते रहे, भाजपा के निशाने पर रहे. लेकिन क्षेत्रीय दल राहुल गांधी को अपना नेता मानने के लिए तैयार नहीं है. इसका सबसे बड़ा कारण क्षेत्रीय पार्टी के नेताओं की महत्वाकांक्षाए हैं.
अगर तमाम क्षेत्रीय दल एकजुट होकर कांग्रेस का समर्थन करें तो बीजेपी को हराना कोई बड़ी बात नहीं है. बीजेपी जीतेगी रही है विपक्ष के बिखराव के कारण. क्षेत्रीय पार्टी के नेता अपनी महत्वाकांक्षा त्यागने करने के लिए तैयार नहीं है. क्षेत्रीय पार्टियां राहुल गांधी के नेतृत्व में एकजुटता दिखाने के लिए तैयार नहीं है. क्षेत्रीय पार्टियां बीजेपी के सामने, कांग्रेस के सामने जनता के बीच अपना उम्मीदवार देती हैं. जनता के वोट कभी खराब होता है और बीजेपी जीत जाती है.
2019 में ऐसी खबरें आई थी कि मायावती भी प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं. अब लंबे समय से प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रही ममता बनर्जी को शिवसेना की तरफ से तगड़ा झटका लगा है. केजरीवाल भी अपने आप को प्रधानमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करते रहे हैं. क्षेत्रीय पार्टियों के तमाम नेता अपने आप को प्रधानमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करना चाहते हैं. शरद पवार भी इसी लिस्ट में शामिल है और अब उद्धव ठाकरे भी. जनता के सामने विकल्प बहुत है तय जनता को ही करना है. संजय रावत का बयान अब कुछ दिनों तक मीडिया उठाती रहेगी.
शिवसेना (Shiv Sena) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है. संजय राउत ने कहा है कि उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) देश का नेतृत्व करने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे देश का नेतृत्व करने के लिए बेहतरीन नेता है. आपको बता दें कि ममता बनर्जी सोमवार को अपने पांच दिवसीय दौरे के लिए दिल्ली पहुंची है.
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) मंगलवार को शाम 4:00 बजे प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगी. वह बुधवार को राष्ट्रपति से भी मिल सकती हैं. इसके अलावा वह अलग-अलग दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगी. ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी कर रही है. पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने के बाद यह पहला दिल्ली दौरा.
ममता बनर्जी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के अलावा कमलनाथ (Kamal Nath), आनंद शर्मा (Anand Sharma) और अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं से मुलाकात का भी कार्यक्रम है. ममता बनर्जी अन्य विपक्षी पार्टी के नेताओं से भी मुलाकात कर सकती हैं. इससे पहले ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा था कि प्रधानमंत्री ने उन्हें इस सप्ताह मुलाकात का समय दिया है.
The post बंगाल से दिल्ली आने की तैयारी में लगी ममता को शिवसेना ने दिया झटका appeared first on THOUGHT OF NATION.

- Advertisement -
- Advertisement -
Stay Connected
16,985FansLike
2,458FollowersFollow
61,453SubscribersSubscribe
Must Read
- Advertisement -
Related News
- Advertisement -