सीकर. शारदीय नवरात्र गुरुवार से शुरू हो गए हैं। मंदिरों से लेकर घर घर में मां दुर्गा की घट स्थापना के साथ शक्ति की अराधना होगी। मांगलिक कार्य भी शुरू होंगे। हालांकि कोरोना गाइडलाइन के चलते इस बार भी जीणमाता का मेला नहीं भरेगा। जगह- जगह आयोजित होने वाली रामलीला भी नहीं होगी। लेकिन, त्योहारी सीजन में बाजार को बड़ी उम्मीदें हैं। इसके लिए व्यापारियों ने तैयारियां भी शुरू कर दी है। नवरात्रि से शरद पूर्णिमा तक 15 दिनों में सर्वार्थ सिद्धि, अमृत, रवि योग, द्विपुष्कर योग, त्रिपुष्कर योग पड़ रहा है। ऐसे शुभ योगों में सोना, चांदी, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक, घरेलू सामान खरीदने से परिवार में सौभाग्य बढ़ता है।
घट स्थापना का मुहूर्तनवरात्रा स्थापना में घट स्थापना का सर्वश्रेष्ठ अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11.52 से 12.38 तक रहेगा। इस शुभ मुहूर्त में देवी पूजन,ज्योत,आरती,स्तुति करना शुभ रहेगा।
जीणधाम लक्खी मेला इस बार भी नहींजीणमाता. शक्तिपीठ जीणधाम में घट स्थापना गुरुवार को सुबह महाआरती के बाद होगी। हालांकि कोरोना गाइडलाइन के चलते इस बार भी नवरात्रा मेले पर प्रतिबंध रहेगा। नवरात्रा के दौरान में किसी प्रकार जुलूस, पदयात्रा, धार्मिक समारोह, हाट बाजार आदि की अनुमति नही होगी। उपखण्ड अधिकारी ने श्रद्धालुओं से कोरोना गाइड लाइन की पालना में सहयोग की अपील की है। पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण राजेश आर्य ने बताया कि जीणमाता में नवरात्रा के दौरान सुरक्षा व मेला प्रतिबंध की पालना सुनिश्चत करवाने के लिए पुलिस के 100 जवान जीणमाता में तैनात किए गए हैं। जीणमाता पहुंचने वाले विभिन्न रास्तों पर अस्थाई बेरिकेट्स व नाके लगाए गए हैं, ताकि भीड़ को रोका जा सके। इस बीच मंदिर पुजारियों ने बताया कि जीणमाता मंदिर में सभी धार्मिक गतिविधियां नियमित रूप से चलेगी। माता के दर्शन ऑनलाइन रहेंगे।
रामलीला नहीं, आज से संगीतमय रामायण पाठसीकर. सांस्कृतिक मंडल की ओर से इस बार रामलीला का आयोजन नहीं किया जाएगा। नवरात्र स्थापना के साथ गुरुवार से रामलीला मैदान स्थित विवाह स्थल में संगीतमय रामचरित मानस के पाठ शुरू होंगे, जो पूरे नवरात्र चलेंगे। मंडल के जानकी प्रसाद इंदोरिया ने बताया कि पाठ शाम साढ़े पांच बजे शुरू होंगे। कोरोना प्रोटोकाल के चलते इस बार भी रामलीला का मंचन नहीं किया जाएगा। संस्था के 69 वर्ष के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है। पिछले वर्ष भी कोराना संक्रमण के चलते रामलीला का आयोजन नहीं किया गया था। रामायण पाठ की पूर्णाहुति 15 अक्टूबर को दशहरा महोत्सव के साथ होगी। दशहरा पर भी इस बार मेला नहीं भरेगा। शेखावाटी अंचल के संतों की उपस्थिति में राम का राज्याभिषेक किया जाएगा।
शारदीय नवरात्र के उपलक्ष में देवी भागवत कथा आज सेलक्ष्मणगढ़. कस्बे में गायत्री व्यायामशाला में प्रतिवर्ष की भांति शारदीय नवरात्रि के उपलक्ष में भागवत कथा व अखण्ड रामायण पाठ का आयोजन होगा । प्रबंध समिति प्रवक्ता एडवोकेट प्रदीप एम पारीक ने बताया कि सूरत प्रवासी एवं समिति के स्थानीय सचिव ललित पारीक पुजारी के सान्निध्य में कोरोना प्रोटोकॉल की पालना के साथ होने वाले धार्मिक आयोजन के तहत देवी भागवत कथा का वाचन रामगढ़ के कथावाचन पंडित लालचंद पुरोहित करेंगे।
शारदीय नवरात्र आज से, इस मुहूर्त में होगी घट स्थापना, ना भरेगा मेला, ना होगी रामलीला
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