सीकर. नवरात्र स्थापना के साथ शहर में मां दुर्गा महोत्सव आज से शुरू हो गया है। घर से लेकर मंदिर तथा पांडालों से लेकर प्रतिष्ठानों तक में घट स्थापना की गई है। मंत्रोच्चारण, आरती व मां जगदंबा के जयकारों की गूंज के बीच पहले दिन मां शैलपुत्री का पूजन किया जा रहा है। इससे पहले दुर्गा पूजा महोत्सवों में सुबह कलश यात्राएं निकाली गई। जिसमें महिलाएं सिर पर कलश लिए मंगल गीत गाती पांडालों तक पहुंची। दुर्गा पूजा महोत्सव में कई जगह भागवत कथा के साथ भजन – कीर्तन व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का दौर जारी रहेगा। उधर, जीणमाता धाम में भी नवरात्रि मेला शुरू हो गया है। जहां देशभर से शक्ति उपासक मां की आराधना के लिए पहुंचना शुरू हो गए हैं। 50 से ज्यादा सजे पांडाल, शुरू हुई पूजासीकर में मां दुर्गा की पूजा के लिए शहर में 50 से ज्यादा पांडाल सजे हैं। जहां अलग अलग समय में घट स्थापना के साथ मां दुर्गा की पूजा शुरू की गई है। इनमें शीतला का बास में श्रीशीतला सांस्कृतिक समिति, सिटी डिस्पेंसरी नंबर दो के पास आन्जनेय समिति की ओर से दुर्गा पूजा महोत्सव शुरू हुआ है। इसी तरह आनंद नगर, बसंत विहार, रामलीला मैदान, सुभाष चौक, अंबेडकर नगर और बांडियाबास सरीखी जगहों पर भी दुर्गा पूजा महोत्सव की धूम शुरू हो गई है। सिंदूरी चोला अर्पित सीकर के प्रसिद्ध जीणमाता धाम में भी नवरात्रि की शुरुआत के साथ मेला शुरू हो गया। इस दौरान जीणमाता की प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक के बाद देवी को सिन्दूरी चोला अर्पित किया गया। श्री जीणमाता मंदिर ट्रस्ट के सुरेन्द्र पुजारी,राधेश्याम पुजारी,दीलीप पुजारी,कमल जागीरदार व रिछपालसिंह चौहान ने बताया कि मुख्य मंदिर में विशेष धार्मिक अनुष्ठान के साथ ही मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों के विशेष प्रबंध किये गए हैं। नौ दिवसीय मेले के लिए माता के दरबार में देशभर से श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है। मेला मजिस्ट्रेट अशोक रणवा ने बताया कि भक्तों के सुलभ दर्शनों के लिए प्रशासन ने मेले के दौरान सुरक्षा, सुविधार्थ पेयजल, रोशनी, चिकित्सा आदि के लिए जिम्मेदारियां तय कर दी गई है।
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