सीकर. उत्तर पश्चिम रेलवे ( North Western Railway ) की मंडल रेल प्रबंधक मंजूषा जैन ( DRM Manjusha Jain ) ने कहा है कि जयपुर ट्रेक का काम पूरा हो गया है। एक माह में ट्रेनों ( Sikar Jaipur Train ) का संचालन शुरू हो जाएगा। रींगस तक चल रही ट्रेनों को जयपुर ( Jaipur To Sikar Train ) तक चलाने के प्रस्ताव तैयार हो गए हैं। स्वीकृति मिलने पर अन्य ट्रेनों का भी संचालन शुरू किया जाएगा। रेलवे इस ट्रेक पर ट्रेनों का संचालन जल्द शुरू करने का प्रयास कर रहा है। डीआरएम मंजूषा जैन ने शुक्रवार को रींगस, पलसाना, सीकर और झुंझुनूं के रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टेशन की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डीआरएम ने रेलवे स्टेशन पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने निर्माण कार्य की स्थिति देखी। वहां के निर्माण कार्यो के साथ साथ वीआईपी विश्राम गृह को भी देखा। स्टेशन की दीवारों पर बनी पेंटिंग को सहेजने की बात कही। साथ ही व्यवस्थाओं में सुधार के लिए रेलवे के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
सीकर-जयपुर-दिल्ली ( Sikar-Jaipur-Delhi Train ) और चूरू ट्रेक पर पर्याप्त संख्या में रेलों का संचालन नहीं होने के मामले में निजी बस संचालकों का दबाव की चर्चा के मामले में डीआरएम ने चुप्पी साध ली। जब उनसे पूछा गया कि शेखावाटी अंचल के इस ट्रेक पर रेलवे ने तीन हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
ट्रेक का काम पूरा होने के बाद भी रेलवे और जनता को इसका पूरा फायदा नहीं मिल रहा है। लोग बसों में धक्के खाने को मजबूर है। कहीं निजी बस संचालकों दबाव में रेलों का संचालन कम किया जा रहा हो। इस पर उन्होंने कहा कि रेलवे का काम रेल चलाना है। जल्द ही इस ट्रेक पर कई ट्रेन चलेगी। रेलवे स्टेशन पर 19 करोड़ रुपए की लागत के नाला निर्माण के मामले में डीआरएम ने कहा कि रेलवे ने पानी की निकासी के लिए नाला बनाया है। इसे आगे कनेक्ट करने का काम जिला प्रशासन का है। डीआरएम ने कहा कि पुलिया पर फुट ऑवर ब्रिज बनाने के लिए वे सांसद से बात करेगी।
हर दिन 10 हजार लोग पार करते हैं पटरियां डीआरएम को जब बताया गया कि नवलगढ़ रोड पुलिया के नीचे से दस हजार लोग प्रतिदिन रेलवे की पटरियां पार करते हैं। इस पर डीआरएम मौके पर पहुंच गई। पानी निकासी के लिए तोड़ी गई दीवार और पटरियां पार करने के लिए बनाए रास्ते को देखा। उन्होंने आरपीएफ अधिकारियों को इस मामले में कड़ाई से कारवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही जिला कलक्टर से बात कर फिर से रेलवे की दीवार बनवाने के लिए कहा।
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