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निकाय परिसीमन का नोटिफिकेशन 19 को…इसके बाद निकलेगी आरक्षण लाटरी

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निकाय परिसीमन का नोटिफिकेशन 19 को…इसके बाद निकलेगी आरक्षण लाटरी
जयपुर
जयपुर नगर निगम में वार्डो की संख्या 91 के बजाय 150 हो गए हैं। डीएलबी ने वार्डो के नक्शें बनाकर राज्य सरकार को भेज दिए है और 19 अगस्त तक इसके लिए गजट नोटिफिकेशन जारी होगा। जिसके बाद आरक्षण की लाटरी निकाली जाएगी। जयपुर नगर निगम को पहले की तरह ही दस विधानसभा सीटों पर बांटा गया है। इनमें जयपुर लोकसभा की आठ सीटें है बाकी दो सीटें झोटवाडा और आमेर की है जो जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट में आती है लेकिन यह नगर निगम एरिया में ही आएगा।
जयपुर नगर निगम में वार्ड परिसीमन की आपत्तियों का निपटारा कर दिया गया है और डीएलबी ने वार्डो के नक्शें बनाकर राज्य सरकार को भेज दिए है. 19 अगस्त तक इसके लिए गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा और इसके बाद यह साफ हो जाएगा कि कौनसा वार्ड किस जाति के लिए आरक्षित किया गया है। नगर निगम में सामान्य वर्ग के साथ ही अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी और महिला वार्ड के लिए लाटरी निकलेगी। इन सभी के लिए सभी को वार्डो की संख्या का निर्धारण पहले ही कर दिया गया है।
ऐसा होगा आरक्षण
अजा — 19 — सामान्य — 13 — महिला— 6अजजा — 6 —सामान्य 4 — महिला— 2 ओबीसी— 32 — सामान्य 21 — महिला —11सामान्य — 93— सामान्य 62 — महिला — 31
भाजपा ने किया था विरोध
नगर निगम के वार्ड पुनर्गठन को लेकर भाजपा ने अपना विरोध दर्ज भी कराया था उसकी आपत्ति थी कि पुनर्गठन का काम कलेक्टेट के बजाय नगर निगम को ही सौंप दिया जिससे कई गडबडियां हुई है।यही वजह रही कि इस बार पुर्नगठन के बाद आपत्तियां मांगने पर 250 से ज्यादा आपत्तिया लोगों ने दर्ज करवाई थी। जिनमें से अधिकांश को खारिज कर दिया गया।
दो वोट देंगे लोग
वार्ड की संख्या बढाने के साथ ही अब नगर निगम सहित प्रदेश के सभी निकायों के चुनाव में एक बदलाव यह भी कि इस बार मेयर, सभापति और नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव भी जनता ही करेगी। इस तरह अब जनता को पार्षद के साथ ही मेयर के लिए भी वोट देना होगा। कांग्रेस सरकार ने गत भाजपा सरकार के इस फैसलें को बदल दिया है जिसमें मेयर, सभापति और अध्यक्ष का चुूनाव बोर्ड ही करता था। इससे पहले 2009 में कांग्रेस सरकार ने ही इनके सीधे चुनाव कराने की व्यवस्था की थी
कम से कम 20 हजार मतदाता
पुनर्गठन के लिए अपनाए गए मापदंड के अनुसार नए बनने वाले वार्डो की आबादी कम से कम 20 हजार आंकी गई थी। वार्ड पुनर्गठन और पुन: सीमांकन के बाद 150 वार्डो में 76 वार्डो की आबादी 20 हजार या उससे अधिक है। सबसे कम आबादी वार्ड 49 की है जिसमें आबादी 14 हजार 485 ही है। दूसरे नंबर पर वार्ड नंबर 145 है जिसकी आबादी 15 हजार 223 है। नगर निगम अधिकारियों ने वर्ष 2011 की आबादी को आधार मानकर वार्डो का पुनर्गठन और पुन: सीमांकन किया। हर वार्ड में औसतन 20 हजार 355 आबादी को लेकर पुनर्गठन किया लेकिन यह मापदंड पूरे नहीं हो पाए।

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