सीकर. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर लोक अदालत का आयोजन किया गया। रींगस, नीमकाथाना, दांतारामगढ़, श्रीमाधोपुर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़ तथा सीकर न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया। 25 बैंचों का गठन कर आपराधिक, सिविल, पारिवारिक, बैंकों के ऋण सहित कई मामलों को लेकर सुनवाई की गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव जगतसिंह पंवार ने बताया कि न्यायालयों में लम्बित 6231 प्रकरणों से 1964 प्रकरणों का निस्तारण किया। इनसे 11,06,49,58 रुपए का अवार्ड पारित किए। मोटर र्दुघटना विवाद अधिकरण में कुल 400 मामलों में से 106 मामलों का निस्तारण किया। इनमें से 37165340 रुपए का अवार्ड पारित किया गया। उन्होंने बताया कि पारिवारिक न्यायालय में कुल 67 प्रकरणों का निपटारा किया गया जिसमें 6 लाख 56 हजार के अवार्ड पारित किए गए।2015 से अलग रह रहे पति-पत्नी के बीच कराया समझौतालोकअदालत में 2015 से अलग रह रहे पति-पत्नी के बीच में समझौता कराया गया। विनिता बनाम सुशान्त पारीक के मध्य आपसी मतभेद के कारण 2015 से अलग रह रहे थे। दोनों के बीच समझाइश कर राजीनामा कराया गया। इस दौरान 11 दम्पतियों के मध्य बैंच ने आपसी समझाईश कर विवादों का निपटारा कर राजीनामा करवाया गया। प्री-लिटिगेशन बैंच पर कुल 2223 मामलों में से 141 का निस्तारण किया गया जिसमें कुल 89,17,286 रुपए के अवार्ड पारित किए। फाइनेंस कम्पनी द्वारा लगाई गयी फाइलों में से एक पत्रावली में र्बुजुग दम्पती का मामला आया जिसमें र्बुजुग दम्पती पर लगभग 25,000 का लोन था जिनका लोक अदालत बैंच के सदस्यों द्वारा 7,000 रूपये मेंं समझौता करवा कर राहत प्रदान की। र्बुजुग व्यक्ति पर 8,50,000 रूपये का लोन था जिसका निपटारा 4,500 रूपये में किया गया।
मन के टूटे तारों को फिर से जोड़ बंधन में बंधे,5 सालों से अलग 11 जोड़ों के बीच सुलह
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