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रंग रगीला बाबा श्याम का फाल्गुनी लक्खी मेला आज से

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सीकर/खाटूश्यामजी. खाटूश्यामजी का फाल्गुनी लक्खी मेला बुधवार से शुरू होगा। दस दिवसीय मेला 26 मार्च तक आयोजित होगा। जिसमें प्रवेश ऑनलाइन पंजीकरण व कोरोना रिपोर्ट के आधार पर हाथ में लगी ‘मुहर‘ से होगा। कोरोना के खतरे व गाइडलाइन की पाबंदियों के बीच इस बार मेले में श्रद्धालुओं की संख्या पिछले मेलों के मुकाबले कम रहने की संभावना है। मंगलवार को 50 हजार भक्तों ने दर्शन कर मनौती मांगी। भक्तों की भीड़, आस्था व उल्लास के साथ मेले में खास बात बाबा श्याम का अनूठा दरबार व पोशाक-श्रृंगार भी होगा। दरबार जहां धवल चांदनी सा उज्जवल महल के रूप में सजाया गया है। वहीं, श्रृंगार अनुपम व रहस्य भरा होगा। जिसका खुलासा हर दिन सुबह पट खुलने पर ही होगा। दरअसल बाबा श्याम की हर दिन की पोशाक व श्रृंगार की पूरी सामग्री दिल्ली से पहली रात को चेतक एक्सप्रेस ट्रेन से आएगी। जो रींगस में रात 11.30 बजे पहुंचने के बाद मंदिर तक करीब डेढ बजे तक पहुंचेगी। पोशाक के पैकेटे को अल सुबह बाबा श्याम के श्रृंगार के समय ही खोला जाएगा। ऐसे में हर दिन जहां बाबा श्याम का श्रृंगार अलग-अलग व अनुपम होगा।——————बंगाल के 65 कारीगरों ने मंदिर को बनाया सफेद महलबाबा श्याम के फाल्गुनी लक्खी मेले के लिए बाबा श्याम के दरबार को धवल यानी सफेद महल के रूप में सजाया गया है। इसके लिए बंगाल से विशेष 65 कारीगर बुलाए गए थे। जिन्होंने करीब 3 हजार थर्माकोल के डिब्बे, शीट व प्लास्टिक के स्टोन से मंदिर को महल का रूप दिया है। मुख्य द्वार व सलेटी रंग की 13 खिड़कियों वाले महल में राम दरबार, राधा-कृष्ण, मां दुर्गा तथा ब्रम्हा-विष्णु व महेश की तस्वीरें होगी। बेलबूटों से सुसज्जित महल में रंगीन कपड़े, विदेशी आर्टिफिशियल फूल, बूटिक, छतरी गोटा सहित साजो- सज्जा की कई सामग्रियों का प्रयोग किया गया है।————————दर्शनों से पहले चार जगह होगी जांचमेले में बाबा श्याम तक पहुंच ऑनालाइन पंजीकरण व कोविड की निगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर ही होगी। जिसकी जांच रींगस रोड से आने वाले श्रद्धालु पुलिया के नीचे, मुख्य प्रवेश यानी गुणगान नगर मार्ग, कैरपुरा तिराहे तथा लामिया तिराहे पर चारण जिगजैग से ठीक पहले होगी। सत्यापन के बाद श्रद्धालुओं के हाथ में मुहर लगाई जाएगी। जो प्रवेश के लिए पास का काम करेगी।———————मंदिर में चार मार्गों से होगा प्रवेश व निकासीश्याम मंदिर तक पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश दो मार्गों से होगा। जो मंदिर के बांयी दिशा में बनाए गए हैं। इन मार्गों पर चार- चार की आठ रैलिंग लगाई गई है। इसी तरह निकासी के भी चार-चार रैलिंग के दो मार्ग होंगे। जो मंदिर के सामने व गर्भ गृह की बांयी दिशा में होंगे।————————दिव्यांगों के लिए लिफ्टमेले में पहली बार दिव्यांगों के दर्शनों की विशेष व्यवस्था की गई है। इसके लिए मंदिर कमेटी ने मंदिर में लिफ्ट लगाने के साथ व्हील चेयर की सुविधा उपलब्ध करवाई है। मंदिर में प्रवेश द्वार के पास ही यह लिफï्ट लगाई गई है। जो निशक्त भक्तों को सीधे श्याम दरबार तक ले जाएगी।——————————-16 किलोमीटर चलने पर होंगे श्याम दर्शनमेले में श्याम दर्शन के लिए भक्तों को इस बार भी 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी होगी। यह यात्रा मुख्य तोरणद्वार से शुरू होकर गुणगान नगर होते हुए खटीकान मोहल्ला, कैरपुरा तिराहा, लामिया तिराहा, चारण मैदान जिगजैग, लखदातार मैदान जिगजैग व लखदातार मैदान, कुमावत कृषि फार्म, बगीची के रास्ते पर बने मुख्य मेला मैदान से होते श्याम दरबार पहुंचेगी। हालांकि मेले में भीड़ कम होने पर जिगजैग से सीधे गुजारने पर श्रद्धालुओं का यह रास्ता छोटा हो सकता है।————————मेले से पहले दिन 50 हजार ने लगाई धोकमेले से पहले मंगलवार को भी खाटूश्यामजी में करीब 50 हजार श्रद्धालुओं ने शीश के दानी को शीश नवाया। कोरोना व गाइडलाइन की शर्तों से बचने के लिए श्रद्धालुआं रैला दिनभर लगा रहा। सैंकड़ों निशान यात्राएं भी मंदिर पहुंची। श्याम दर्शनों के लिए काफी संख्या में बजुर्ग व बच्चे भी पहुंचे।———————-मेले में यह मिलेगी सुविधाएं वाहन: 10 हजार वाहनों की पार्किंगमेले में वाहनों की पार्किंग के लिए प्रशासन ने हनुमानपुरा मार्ग पर पार्किंग की व्यवस्था की है। इसके अलावा 20 से ज्यादा निजी पार्किंग स्थल भी होंगे। जहां एक साथ 10 हजार वाहनों की पार्किंग की जा सकेगी।———————–रहना-ठहरना:श्रद्धालुओं के रहने व ठहरने के लिए खाटूश्याम जी में करीब 15 होटल, 20 से ज्यादा गेस्ट हाउस व 250 से ज्यादा धर्मशालाएं हैं। जहां इस बाद क्षमता से आधे लोगों के रुकने की व्यवस्था होगी।———————भोजन:मेले में भंडारों पर रोक होने की वजह से इस बार श्रद्धालु भोजन के लिए होटल व भोजनालयों पर निर्भर रहेंगे। धर्मशालाओं में केवल ठहरने वालों को ही भोजन की सुविधा मिलेगी। ऐसे में प्रशासन ने होटल व भोजनालयों पर दबाव बढऩे की आशंका को देखते हुए श्रद्धालुओं से भोजन साथ ही लाने की अपील भी की है।————————–यूं पहुंचे खाटूधामखाटूश्यामजी पहुंचने के लिए रींगस मार्ग को पैदल मार्ग तय किया गया है। जहां से वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा। वाहन से खाटू आने वाले श्रद्धालुओं को मंढा मोड़ के रास्ते से पहुंचना होगा। जिनकी निकासी अलोदा व सांवलपुरा रोड होते हुए होगी।——————————मेले में यह रहेगी पाबंदी1. मेले में बच्चे, बुजुर्ग व बीमार के प्रवेश पर रोक रहेगी।
2. श्रद्धालुओं को मास्क, सेनिटाइजेशन व सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करनी होगी।3. होटल व धर्मशालाओं में क्षमता से आधे से ज्यादा लोगों के ठहरने पर रोक रहेगी।
4. श्याम मंदिर कुंड में स्नान नहीं होगा।5. मेले में झांकियों के प्रदर्शन व डीजे पर रोक होगी।
6. भंडारे नहीं लगाए जा सकेंगे।7. रींगस रोड पर मंगलवार रात से वाहनों का प्रवेश नहीं होगा।

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