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कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की मौत पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया

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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में यूपी में आठ पुलिस कर्मी के शहीद होने पर योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह राज्य में खराब कानून व्यवस्था को दर्शाता है. जहां अपराधी निर्भय हैं.
गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश के कानपुर में गुरुवार रात एक बजे दबिश देने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं. इसमें सर्कल ऑफिसर (डीएसपी) और 3 सब इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ट्विटर पर लिखा कि ये जानकार हैरान हूं कि यूपी में अपराधियों के साथ मुठभेड़ में आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए हैं. यह राज्य की खराब कानून व्यवस्था को दर्शाता है. अपराधी निर्भय हैं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. ईश्वर उन्हें इस दुखद समय में शक्ति प्रदान करे.

Shocked to know eight police personnel have been martyred in an encounter with criminals in UP. It shows a complete law and order breakdown in state & that criminals are fearless. My deepest sympathies to the bereaved families. May God give them strength in this tragic time.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 3, 2020

आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात के बिकरु गांव में हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इसमें सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए. किसी ने अपने पिता की खाकी वर्दी को देखकर इस महकमे में अपने कदम रखे थे तो किसी ने सिपाही के बाद परीक्षा देकर अपने कंधों पर स्टार सजाए थे. वहीं, किसी परिवार का इकलौता सहारा छिन गया.
शहादत की खबर से मृतकों के परिवार में मातम हैं. बांदा के महेबा गांव के रहने वाले सीओ बिल्हौर देवेंद्र कुमार मिश्र ऑपरेशन के दौरान टीम का नेतृत्व कर रहे थे. लेकिन बदमाशों की गोली का शिकार हो गए. वे मार्च 2021 में ही रिटायर होने वाले थे. मुठभेड़ में शिवराजपुर थाना प्रभारी महेश यादव की भी मौत हो गई. वे रायबरेली के सरेनी में हिलौली गांव के रहने वाले थे. परिवार में पत्नी सुमन और दो बेटे हैं.
चौकी प्रभारी मंधना अनूप कुमार कानपुर जिले में तेज तर्रार पुलिसवालों में गिने जाते थे. वे प्रतापगढ़ जिले के मानधाता के बेलखरी गांव के रहने वाले थे. एसआई नेबुलाल प्रयागराज के हंडिया के रहने वाले थे. मौत की खबर पाकर पूरा परिवार कानपुर पहुंच गया है. वे एक माह पहले छुट्टी लेकर अपने घर गए थे. चार भाईयों में वे सबसे बड़े थे. झांसी में मऊरानीपुर के मोहल्ला चौक दमेला निवासी सिपाही सुल्तान सिंह भी बदमाशों से लोहा लेते हुए मारे गए.
मुठेभड़ में गाजियाबाद के मोदीनगर के रहने वाले सिपाही राहुल की भी जान चली गई. आगरा जिले में फतेहाबाद के ग्राम पोखर पांडे निवासी सिपाही बबलू कुमार साल 2018 में पुलिस में भर्ती हुए थे. वे अभी अविवाहित थे. घर वाले अब उसकी शादी के सपने संजो रहे थे. कानपुर मुठभेड़ में मारे गए मथुरा के रहने वाले सिपाही जितेंद्र 23 जून को छुट्टी से लौटे थे.
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी से इस पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब करते हुए कड़े एक्शन की हिदायत दी है. प्रियंका गांधी ने कानपुर में 8 पुलिसवालों की हत्या और प्रयागराज में एक परिवार के 4 लोगों की हत्या की घटना को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. प्रियंका ने सोशल मीडिया पर लिखा- बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें यूपी पुलिस के सीओ, एसओ सहित 8 जवान शहीद हो गए.
प्रियंका गांधी ने आगे लिखा है कि यूपी पुलिस के इन शहीदों के परिजनों के साथ मेरी शोक संवेदनाएं. यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं. आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है. कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है. इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख़्त कार्यवाही करनी चाहिए. कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए. कानपुर की भयावह घटना की खबर आई ही थी कि प्रयागराज में एक परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई. गाजियाबाद में पिता-पुत्री की हत्या कर दी गई. उप्र में अपराधियों का इस तरह हावी हो जाना असामान्य है. इस जंगलराज को देखते हुए जवाबदेही तो फिक्स करनी ही होगी.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मृतक पुलिसकर्मियों के परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग की है. उन्होंने यह भी कहा कि, उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में सत्ताधारियों और अपराधियों की मिलीभगत का खामियाजा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा. अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए.
मायावती ने कहा- इस सनसनीखेज घटना के लिए अपराधियों को सरकार को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं चाहिए, चाहे इसके लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत क्यों न पड़े. सरकार मृतक पुलिस के परिवार को समुचित अनुग्रह राशि के साथ ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दे, बीएसपी की यह मांग है.
The post कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की मौत पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया appeared first on THOUGHT OF NATION.

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