सीकर. राजस्थान के शेखावाटी सहित प्रदेश के कई जिलों में बरसात का दौर फिर लौटेगा। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने इसकी संभावना जाहिर की है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है। जो अगले 24 घंटे में सक्रीय होकर उड़ीसा व उत्तरी आंध्रप्रदेश तक आगे बढऩे की संभावना है। इससे राजस्थान में 17 व 18 अक्टूबर को हवाओं में परिवर्तन होगा। प्रदेश में एक बार फिर पश्चिमी हवाओं की जगह पूर्वी हवाओं का प्रभाव रहेगा। इसके अलावा एक पश्चिमी विक्षोभ का असर भी पश्चिमी व उतरी भारत को प्रभावित करेगा। जिसके प्रभाव से राजस्थान में 17 से 19 अक्टूबर तक बरसात के आसार है।
यहां होगी बरसातमौसम विज्ञान केंद्र के राधेश्याम शर्मा ने बताया कि दोनों मौसमी सिस्टम का प्रभाव खासतौर पर पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर व कोटा संभाग में देखने को मिलेगा। जहां मेघ गर्जन के साथ हल्की बरसात देखने केा मिल सकती है। इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग में भी कहीं कहीं इसका असर रह सकता है। ऐसे मेंं शेखावाटी के सीकर, चूरू व झुंझुनूं जिलों में भी कहीं कहीं बरसात होने के आसार है। शर्मा के अनुसार बरसात का ये दौर 18 अक्टूबर से पश्चिमी राजस्थान में खत्म होगा। जबकि पूर्वी राजस्थान में 19 अक्टूबर को बरसात की विदाई होगी। जिसके बाद मौसम साफ हो जाएगा।
ठंड की होगी शुरुआतमौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश में इस बरसात के बाद से ही सर्दी का आगाज शुरू हो जाएगा। बरसात के बाद जैसे जैसे मौसम साफ होगा, वैसे ही पारे में गिरावट शुरू हो जाएगी। मौसम के जानकारों के अनुसार इस बार नवंबर महीने में भी तेज सर्दी देखने को मिल सकती है। स्काई मेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार भी इस मौसम सिस्टम से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में शुरुआती सर्दियां शुरू हो सकती हैं। कश्मीर क्षेत्र में पहले से ही हिमपात हो चुका है और इन बेमौसम बारिश के साथ सर्दी का असर अचानक बढ़ सकता है।
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