सीकर. वैश्विक महामारी कोरोना के मरीजों को भर्ती करने को लेकर सांवली कोविड अस्पताल सहित निजी अस्पताल और नर्सिंग होम रूचि नहीं दिखा रहे हैं। हाल यह है कि यहां आने वाले अधिकांश कोविड के मरीजों को उपचार के लिए या तो मना किया जाता है और जयपुर के सरकारी अस्पताल भेज दिया जाता है। जबकि जिले में कोविड अस्पताल के रूप में निजी अस्पताल चिकित्सा संस्थान चिन्हित किए जा चुके हैं। इन सभी निजी अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोविड के मरीजों के संबंध में रोजाना रिपोर्ट मांगी जाती है। आईसीयू और जनरल वार्ड में भर्ती होने वाले मरीजों के लिए प्रदेश स्तर पर दरें भी निर्धारित की जा चुकी है। गौरतलब है कि चिकित्सा विभाग ने इसके लिए सीकर जिले में अधिकृत अस्पतालों की सूची वेबसाइट पर डाल रखी है। इंजेक्शन नहीं है क्या करेंकोरोना के उपचार करने वाले निजी अस्पताल संचालकों ने बताया कि जिला प्रशासन ने कोविड उपचार के दौरान गंभीर मरीज को दिए जाने वाले इंजेक्शन को लेकर मुसीबत बढ़ा दी है। पहले यह बाजार में मिलते थे लेकिन गाइडलाइन जारी कर दी गई। जिसके तहत चिकित्सा विभाग के जरिए मेल भेजने पर स्टॉकिस्ट के जरिए रेमडेसिवर इंजेक्शन उपलब्ध कराने का प्रावधान किया। इस संबंध में कई निजी अस्पतालों में मेल भेजी तो वहां से जवाब आया कि आप सीधे स्टॉकिस्ट से लें हम कुछ नहीं कर सकते। ऐसे में सिवाय रैफर करने के निजी अस्पतालों के पास कोई उपचार ही नहीं बचा।
सीकर जिले में निजी अस्पताल चिन्हित लेकिन कोविड मरीजों को भर्ती करने से परहेज
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