सीकर. प्रदेश में 5378 पदों के लिए दो दिन होने वाली पटवार भर्ती के लिए शेखावाटी के ढाई लाख अभ्यर्थी दोहरी परीक्षा से गुजर रहे हैं। भर्ती परीक्षा के अलावा अंचल में परीक्षा केंद्र नहीं होने से दूसरे जिलों के परीक्षा केंद्रों तक पहुंचना भी अभ्यर्थियों के लिए बड़ी परीक्षा साबित हो रहा है। जिसके लिए परीक्षार्थियों की कसरत दो दिन से जारी है। शनिवार को भी अभ्यर्थी बसों व निजी वाहनों में जैसे- तैसे लदकर परीक्षा केंद्र वाले जिलों ेकी ओर जाते दिखे। अभ्यर्थियों ने शुक्रवार से जयपुर व अजमेर रवानगी लेना शुरू कर दिया। शेखावाटी के अभ्यर्थियों की 2.50 लाख से अधिक होने की वजह से शुक्रवार को भी बस स्टैण्ड व रेलवे स्टेशन पर बेरोजगारों का मेला लगा रहा। देर रात तक बस स्टैण्ड पर बेरोजगारों की कतार लगी रही। सीकर जिले के 50 हजार अभ्यर्थी शनिवार को परीक्षा देंगे। जबकि रविवार को लगभग 40 हजार अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए अजमेर व जयपुर जाएंगे। सरकार ने अभ्यर्थियों को रीट की तरह इस भर्ती में निशुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के दावे किए। लेकिन बस स्टैण्ड पर संसाधन नाकाफी नजर आए। दोनों ही रूटों पर रोडवेज व निजी बसों का टोटा नजर आया। एक्सपर्ट का कहना है कि अकेले सीकर जिले के अभ्यर्थियों के लिए 700 से 800 बसों की आवश्यकता है। अभ्यर्थियों ने बताया कि जिनकी शनिवार को पहली पारी में परीक्षा है वह ज्यादातर सेंटरों पर पहुंच गए।
सीकर में सेंटर नहीं देने से गुस्से में अभ्यर्थी
पटवार भर्ती में पहली बार सीकर को सेंटर नहीं दिया गया है। इससे शेखावाटी के बेरोजगारों के साथ आमजन में भी गुस्सा है। कर्मचारी चयन बोर्ड ने नकल के बढ़ते मामलों की वजह से सीकर में सेंटर नहीं दिया है। सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि भविष्य में चयन बोर्ड ने इस तरह की नीति अपनाई तो शेखावाटी के विद्यार्थियों की ओर से आंदोलन किया जाएगा।
इन वजहों से बेरोजगारों की बढ़ी मुसीबत-रीट की तरह सरकार ने ब्लॉक स्तर तक अभ्यर्थियों को पहुंचाने की कोई ठोस योजना नहीं बनाई। इस वजह से अभ्यर्थियों को उन शहरों में पहुंचकर भी सेंटर तक जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।-बेरोजगारों के ठहरने और खाने के इंतजाम के लिए कोई इंतजाम नहीं।-ज्यादातर जिलों में सेंटर नहीं देने से अभ्यर्थियों की संख्या का दवाब
त्योहारी सीजन में परीक्षा, आमजन की बढ़ी परेशानीत्योहारी सीजन के बीच में 15 लाख अभ्यर्थियों की पटवार भर्ती परीक्षा होने से आमजन की मुसीबत बढ़ गई है। विभिन्न संगठनों ने इसको लेकर विरोध जताया है। इस मामले में विभिन्न संगठनों ने मुख्यंत्री अशोक गहलोत को भी पत्र लिखकर भविष्य में त्योहारी सीजन के बीच में परीक्षा नहीं कराने की मांग की गई है। वहीं नियमित यात्री संघ ने भी त्योहारी सीजन में होने वाली परीक्षा को लेकर सवाल उठाए है।
जयपुर के लिए 30 और अजमेर के लिए 15 अतिरिक्त बच चलाईपटवारी भर्ती की परीक्षा देने के लिए अब रोडवेज बसो में यात्री भार बढ़ गया। जयपुर और अजमेर परीक्षा केन्द्र होने के कारण शुक्रवार को डिपो की ओर से 45 अतिरिक्त बसों का संचालन किया गया। मुख्य प्रबंधक रोहिताश मीणा ने बताया कि डिपो की ओर से जयपुर मार्ग पर 30 और अजमेर मार्ग पर 15 अतिरिक्त फेरे लगाए गए। इसके अलावा परीक्षार्थियों के लिए शहर में जयपुर मार्ग पर कृषि उपज मंडी पर और अन्य ब्लॉक में निजी बसों के संचालन की व्यवस्था की गई। शनिवार को शुरू होने वाली परीक्षा को देखते हुए डिपो सुबह से डिपो में परीक्षार्थियों का तांता लगा रहा। प्रत्येक पांच से दस मिनट के बीच बसों के संचालन की व्यवस्था होने के कारण चूरू हनुमानगढ, गंगानगर मार्ग की जयपुर जाने वाली कई बसें तो सीधे बाइपास से निकल गई। परीक्षार्थियों को छोडऩे के बाद बसों को वापस बुलाया गया है। जिससे अगले दिन परेशानी नहीं हो।
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