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सरकार के खिलाफ पैराटीचर्स ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन, जमकर लगाए नारे

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सीकर. नियमितीकरण सहित विभिन्न मांगों को लेकर मदरसा पैराटीचर्स का प्रदर्शन सीकर में लगातार जारी है। विधायकों के आवास पर धरना प्रदर्शन के बाद मदरसा पैराटीचर्स ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। जहां पैराटीचर्स यूनियन व इंडियन पीपल्स ग्रीन पार्टी के बैनर तले शिक्षकों ने जमकर नारे लगाते हुए अपनी मांग बुलंद की। काफी देर प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के नाम कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिसमें मदरसा पैराटीचर्स की मांग जल्द पूरी करने की मांग की गई। मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी भी दी गई।
वादाखिलाफी का आरोपप्रदर्शनकारियों ने इस दौरान राज्य सरकार पर पैराटीचर्स के साथ वादाखिलाफ का आरोप भी लगाया। उनका कहना था कि कांग्रेस ने 2018 में चुनावी घोषणा-पत्र में उर्दू पैराटीचर्स को नियमित करने की घोषणा की थी। सरकार बनने के बाद भी आश्वासन दिया। लेकिन, दो साल बाद भी सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया। जिसे लेकर पैराटीचर्स में आक्रोश है। मामले में पैराटीचर्स जयपुर के शहीद स्मारक भी धरना दे रहे हैं। विधायकों के आवास पर भी प्रदर्शन कर चुके हैं। फिर भी सरकार सुनवाई नहीं कर रही है। चेतावनी दी कि जल्द ही सरकार नहीं मानी तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। प्रदर्शन में इंडियन पीपल्स ग्रीन पाटी के प्रदेशाध्यक्ष मोहम्मद कासिम खिल्जी सहित कई पैराटीचर्स मौजूद रहे।
शिक्षक संघ शेखावत की रैली 6 को सीकर. राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत की प्रांतीय कार्यकारिणी, जिलाध्यक्ष व मंत्री की संयुक्त वर्चुअल बैठक संगठन के प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 6 दिसंबर को संगठन से जुड़े शिक्षक बीकानेर में रैली निकाल कर प्रदर्शन का निर्णय लिया गया। महामंत्री उपेंद्र शर्मा ने बताया कि शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए पारदर्शी एवं स्थाई स्थानांतरण नीति लागू कर भ्रष्टाचार पर रोक लगाने व प्रतिबंधित जिलों की अवधारणा समाप्त करने सहित 15 सूत्री मांग पत्र को लेकर लंबे समय से तहसील एंव जिला मुख्यालयों पर आंदोलन कर मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को ज्ञापन दिए। लेकिन सरकार ने न तो स्थानांतरण नीति बनाई और न ही मांग पत्र पर द्विपक्षीय वार्ता कर मांगों के निराकरण की कार्रवाई की गई। विधायकों की डिजायर के आधार पर प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक, व्याख्याता व द्वितीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण तो किए लेकिन तृतीय श्रेणी अध्यापकों के स्थानांतरण आवेदन लेने के बाद भी नहीं किए। शिक्षकों की इन मांगों को लेकर सरकार से आर-पार की लड़ाई के लिए संगठन की बैठक में आंदोलन का निर्णय लिया गया है। आंदोलन को सफल बनाने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए 19 नवंबर को बीकानेर में संगठन की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक रखी गई है। रैली से पूर्व स्कूल टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर एनपीएस के मुद्दे को लेकर महासंघ के मांगपत्र व संगठन के 15 सूत्री मांग पत्र को लेकर 11 नवंबर को जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया गया।

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