सीकर/अजीतगढ़. राजस्थान के सीकर जिले के अजीतगढ़ कस्बे की अजीतगढ़ पीजी कॉलेज में बुधवार सुबह घुसे पैंथर को साढ़े चार घंटे बाद रेस्क्यू किया गया। जयपुर के चिडिय़ाघर की टीम ने स्टोर रूम की खिड़की को काटकर उसे इंजेक्शन गन से बेहोश कर काबू मे किया। जिसके बाद उसे पिंजरे में डालकर ले जाया गया। रेस्क्यू टीम के डा. अशोक तंवर ने बताया कि पैंथर नर था। जो करीब चार साल का था। खिड़की से देखने पर वह कमरे से बाहर निकलने के लिए छटपटाता रहा था। जिसके कड़ी मशक्कत के बाद इंजेक्शन लगाकार काबू किया गया।
पीछे की दीवार फांदकर स्टोर में घुसा था पैंथरपैंथर सुबह करीब पौने सात बजे कॉलेज में घुसा था। जो भवन के पीछे की दीवार फांदकर अंदर पहुंचा। यहां बरामदे से होते हुए वह स्टोर रूम में घुस गया। जिसे कॉलेज के एक कर्मचारी श्रीराम ने देख लिया। उसने कमरे को तुरंत बाहर से बंद करने की कोशिश की तो पैंथर ने एकबारगी उस पर झपट्टा मारा। पर जैसे- तैसे श्रीराम कमरा बाहर से बंद करने में कामयाब रहा। इसके बाद उसने कॉलेज निदेशक को इसकी सूचना दी। सूचना पर निदेशक विजय यादव ने मौके पर पहुंच पुलिस व वन विभाग को घटना की जानकारी दी। जिसके कुछ देर बाद ही नायब तहसीलदार जयपाल सिंह व वनपाल जितेन्द्र सिंह पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए। बाद में डीएफओ भीमाराम की सूचना पर पहुंची जयपुर चिडिय़ाघर की टीम ने करीब साढ़े चार घंटे बाद पैंथर को रेस्क्यू किया।
एक घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, चार साल का था नर पैंथरकॉलेज में पैंथर की सूचना पर जयपुर चिडिय़ाघर की टीम करीब सवा दस बजे कॉलेज पहुंच गई। टीम ने कमरे की खिड़की को काटकर देखा तो पैंथर बाहर निकलने के लिए छटपटा रहा था। इससे गन इंजेक्शन से निशाना साधने में काफी परेशानी हुई। करीब एक घंटे चले ऑपरेशन में बड़ी मुश्किल से उसे बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर काबू में किया गया।
सीसीटीवी में कैद हुआ कॉलेज में घूमता पैंथरकॉलेज में प्रवेश कर स्टोर रूम में घुसता हुआ पैंथर कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया। जिसमें वह बरामदे से होता हुआ स्टोर रूम में घुसता हुआ दिखा।
टला बड़ा हादसाजानकारी के अनुसार कॉलेज परिसर में दो कॉलेज संचालित है। जिनमें एक डिग्री व दूसरी बीएड कॉलेज है। जिनमें मिलाकर करीब चार हजार छात्र छात्राओं का प्रवेश बताया जा रहा है। गनीमत से कॉलेज का समय सुबह 10 बजे का होने पर वहंा कोई विद्यार्थी मौजूद नहीं था। वरना ये बड़ी परेशानी का सबब हो सकता था। कमरे में पैंथर की वजह से कॉलेज का अवकाश घोषित कर दिया गया है।
पहले भी बाजार में दहशत मचा चुका है पैंथरपहाड़ी व वन क्षेत्र होने की वजह से अजीतगढ़ में पैंथर की आवाजाही कई बार दर्ज की जा चुकी है। इससे पहले नवंबर 2019 में भी पैंथर दिन में ही कस्बे के बाजार में घुस गया था। जिससे बाजार में दहशत फैल गई थी। लोग दुकान बंद कर इधर- उधर भागने लगे थे। करीब सात घंटे बाद वन विभाग की टीम ने उसे पकड़ा था।
कॉलेज में पैंथर: बाहर निकलने के लिए छटपटाता रहा पैंथर, साढ़े चार घंटे बाद रेस्क्यू
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