फतेहपुर.
Husband Burned Alive in Road Accident : फतेहपुर सालासर रोड पर तीन ट्रोलों की भिड़ंत होने के महज पांच मिनट पहले ही चावल से भरे दो ट्रोला चालक खाना खाकर रवाना हुए थे, लेकिन सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रोला चालक के गलत ओवरटेक के चलते हादसे का शिकार हो गए। खाना खाकर महज 300 मीटर ही चले की हादसा हो गया। लोगों ने जैसे तैसे ट्रोला चालक तो बाहर निकल गए लेकिन दो ट्रोलों के खलासी जिंदा जल गए। हादसा इनता भीषण था कि इन्हें बाहर तक निकलने का मौका नहीं मिला।
रविवार को पुलिस ने परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों का सौंप दिया। हादसे में जिंदा जला मुकेश अपने माता पिता के इकलौता ही था। मुकेश के ना तो भाई था व ना ही बहन थी। परिवार की पूरी जिम्मेदारी मुकेश पर ही थी। घरवालों ने महज चार माह पहले ही मुकेश की शादी की थी। अभी तक दुल्हन के हाथों की मेहंदी भी नहीं सूखी थी कि मुकेश भीषण सडक़ हादसे में जिंदा जल गया। शव की हालात ऐसी हो गई कि अंतिम बार भी परिजन देख नहीं सकते है। मुकेश गरीब परिवार से था।
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जानकारी के अनुसार हरियाणा से गांधीधाम गुजरात जा रहे दो ट्रोले हरियाणा से एक साथ निकले थे। दोनों ट्रोले एक के बाद एक चल रहे थे। फतेहपुर से करीब 20 किमी निकलने के बाद रात को करीब साढ़े आठ बजे दोनों ट्रोला चालक खाना खाने रूके थे। इसके आधा घंटे बाद वह वहां से चले थे। करीब तीन सौ मीटर चलने के बाद किशनगढ़ से चूरू जा रहे सीमेंट से भरे एक ट्रोले ने गलत ओवरटेक के चक्कर में टक्कर मार दी। आगे चल रहे ट्रोला ड्राइवर ने बचाने की कोशिश करते हुए ट्रोले के सडक़ के नीचे उतार दिया था, लेकिन सामने से आ रहा ट्रोला कंट्रोल नहीं हो सका। इसी दौरान पीछे से आ रहा ट्रोला भी भिड़ गया। इससे ट्रोले का डीजल टैंक फट गया। एक ट्रोले की बैटरी फट गई।
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सीकर में भीषण सड़क हादसा: भिड़ते ही 3 ट्रोले बने आग का गोला, 2 लोग जिंदा जलेइससे स्र्पांकिग हुई, घर्षल होने व स्र्पांकिग से आग लग गई व डीजल फैल जाने से आग बढ़ गई। हादसे के बाद दो व्यक्ति को ट्रोले से उतर गए। लोगों ने दो को बाहर निकाला। उसके बाद आग भडक़ गई। पुलिस के अनुसार हादसे में हरियाणा से गांधीधाम जा रहे ट्रोले का खलासी हरियाणा के चौसाना निवासी कुलदीप पुत्र रोशनलाल एवं किशनगढ़ से चूरू जा रहे सीमेंट से भरे ट्रोला का खलासी मुकेश पुत्र रामदेवाराम जाट की मौत हो गई।
हादसे के बाद लगी भीषण आग पर छह घंटे बाद काबू पाया जा सका। आग लगने का कारणों का पूरी तरह से खुलासा तो नहीं हो सका है, लेकिन पुलिस का मानना है कि भिड़ंत होते ही बैट्री फट गई। इससे स्र्पांकिग हुई। डीजल टैंक फट गया था, इससे डीजल फैल गया। इससे आग पकड़ ली। डीजल होने के कारण आग तेज गति से फैली व संसाधन नहीं होने के चलते आग पर काबू नहीं पाया जा सका।
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