हिण्डौनसिटी.सावन के सूखे बीतने के भादों के झमाझम आगाज में क्षेत्र के बांध तालाबों में पानी की आवक होने लगी है। हालांकि कैचमेंट ऐरिया में कम बारिश होने से क्षेत्र के जगरबांध में दो दिन में जल स्तर में डेढ़ फीट का इजाफा हुआ है। वहीं शहर की जीवन रेखा कहे जाने वाले जलसेन तालाब की बारिश के जल भराव से जीवंत हो गया है। शुक्रवार व शनिवार को तहसील कार्यालय में 20 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है।जलसंंसाधन विभाग के अभियंताओं के अनुसार 15 जुलाई से 15 सितम्बर की मानसूनी के सीजन के बीते एक माह में जगर बांध में मात्र एक फीट पानी आवक हुई। 30 फीट भराव क्षमता का बांध का सावन माह में अधिकांश पेटा सूखा ही रह गया। दो दिन से चल रहे झमाझम बारिश के दौर से बांध में जल स्तर बढ़़ कर साढ़े ग्यारह फीट हो गया है। उल्लेखनीय है कि मानसूनी सीजन के प्रारंभ में बांध में मात्र 8 फीट 7 इंच पानी था। जुलाई माह के अंंतिम व अगस्त के द्वितीय सप्ताह में इलाके में बारिश होने से 6 अगस्त को जलभराव का स्तर बढ़ कर 9 फीट 6 इंच हो गया। कैचमेंट इलाके में बारिश होने से 10 अगस्त को जल स्तर पर में 6 इंच का इजाफा दर्ज किया गया था। जल संसाधन विभाग सहायक अभियंता ने शिवराम मीणा ने बताया कि शहरी एवं दूसरे क्षेत्र की तुलना में कैचमेंट एरिया में कम बारिश होने से बांध में पानी आवक ज्यादा नहीं है। एरिया में बारिश होने पर बांध में पानी आ सकेगा। जलसेन में चलने लगीं जल तरंगे-शहर की जीवन रेखा कहे जाने वाले जलसेन तालाब के सूखे पेटे में भी जल तरंगों की अटखेलियां दिखने लगी हैं। तालाब में छत्तूघाट, पीरिया की कोठी सहित विभिन्न घाटों की तरफ गहरे पेटे में जलभराव होने से जनसेन फिर से जीवंत हो गया है। लोगों का कहना है कि फिलहाल तालाब में बारिश का जल एकत्र हुुआ है। पहाडियों व कैचमेंट एरिया में तेज बारिश होने पर ही जलसेन में पानी की आवक होगी।
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