सीकर. हाउसिंग बोर्ड व सालासर रोड स्थित कच्ची बस्ती स्थित परिवारों की स्वास्थ्य जांच के साथ अब उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिलेगा। इसके लिए सोमवार से ही जिला प्रशासन दोनों बस्तियों में सर्वे शुरू करेगा। जिसमें चिकित्सा व स्वास्थ्य, समाज कल्याण व रसद विभाग, नगर परिषद व बाल कल्याण समिति सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी शामिल होंगे। संयुक्त टीम एक- एक परिवार के स्वास्थ्य की जांच करेगी। पात्र लोगों का चयन कर दस्तावेज तैयार करवाकर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलाएगी। राजस्थान पत्रिका में कच्ची बस्ती के परिवारों की भूख की पीड़ा को उजागर करती खबर ‘भूख लगने पर कीकर के खोखे खाकर, तो कहीं खाली पेट सो रहे मासूम’के प्रकाशन के बाद कलक्टर अविचल चतुर्वेदी ने ये फैसला लिया है। जो खबर प्रकाशन के बाद खुद शुक्रवार को दोनों बस्तियों में पहुंचे। एसडीएम गरीमा लाटा, तहसीलदार योगेश अग्रवाल, नगर परिषद आयुक्त श्रवण कुमार विश्नोई, राजस्व अधिकारी महेश योगी व स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ पहुंचे कलक्टर यहां पत्रिका में प्रकाशित पीडि़त परिवारों से मिले। फिर उन्हें भोजन व राशन सामग्री का वितरण कर विभागीय अधिकारियों को दोनों बस्तियों का जल्द सर्वे करवाने का निर्देश दिया।
मिलेगा गरीब कल्याण योजना का अनाजकच्ची बस्ती के परिवारों को गरीब कल्याण योजना का अनाज भी अब प्राथमिकता से मिलेगा। कलक्टर अविचल चतुर्वेदी ने इसके निर्देश भी मौके पर ही रसद विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण योजना का राशन आते ही कच्ची बस्तियों में प्राथमिकता से बांटना सुनिश्चित किया जाए।
पत्रिका का माना सुझावकच्ची बस्ती की भूख की पीड़ा को उजागर करने सहित पत्रिका ने इन बस्तियों के सर्वे का मुद्दा भी उठाया था। ताकि जरुरतमंदों को मदद मिलने के साथ कथित समाजकंटकों की भी पहचान हो सके। प्रशासन ने सुझाव पर अमल कर इन बस्तियों के परिवारों को समाज की मुख्य धारा से जोडऩे की अनूठी पहल शुरू कर दी है।
मदद को बढ़े कई हाथ, बना शेखावाटी फूड बैंकसीकर. पत्रिका में खबर प्रकाशन का सामाजिक स्तर पर भी बड़ा असर रहा। कच्ची बस्ती के जरुरतमंद परिवारों की मदद के लिए कई सामाजिक संगठन व भामाशाह आगे आए। जिन्होंने पत्रिका में प्रकाशित पीडि़त परिवारों को प्राथमिकता पर रखते हुए दोनों कच्ची बस्तियों के अन्य गरीब परिवारों को भी भोजन व राशन उपलब्ध करवाया। बुडानिया आईएएस संस्थान की ओर से तो बकायदा शेखावाटी फूड बैंक का गठन किया गया है। निदेशक अमित बुडानिया ने बताया कि इसके तहत कच्ची बस्ती में 65 राशन किट, बच्चों के के हैप्पीनेस किट व महिलाओं के लिए वुमैन किट उपलब्ध करवाए गए हैं। जिसका सिलसिला अब आगे भी जारी रहेगा। इसके अलावा गीलो का बास भोड़की के शिवप्रसाद गिल ने राशन के 50, अमर सिंह कविया ने 25, सत्य सोमानी ने 5 व नगर परिषद ने 10 पैकेट जरुरतमंदों का उपलब्ध करवाए। इसके अलावा सीएलसी व मदद फाउंडेशन सहित कई संस्थाओं ने मदद का प्रस्ताव रखा है।
पत्रिका खबर का असर: कच्ची बस्तियों में होगा सर्वे, स्वास्थ्य जांच के साथ सरकारी योजनाओं से जुड़ेंगे परिवार
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