सीकर/नीमकाथाना. राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना कस्बे में मानवता दिवस के ठीक पहले दिन मानवता को मसलकर फेंक दिया गया। कस्बे के भूदोली गांव में चंद घंटों पहले ही गर्भ से बाहर आई नवजात को अखबार में लपेट कर जंगल की कंटीली झाडिय़ों में फेंक दिया गया। जिसे चींटों का दर्दनाक दल नौंच रहा था। मासूम को पहली बार देखने वाला चरवाहा भी एकबारगी तो वह मंजर देख चीख उठा। पर उसे फेंकने वाले हैवानों के हाथ नहीं कांपे। चरवाहे की सूचना पर बाद में मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना कर मृत मासूम का पोस्टमार्टम करवाया।
बकरी चराते समय पड़ी नजरघटना नीमकाथाना के सदर थाना इलाके के भूदोली गांव स्थित बांध के पास की है। जो सुनसान व झाडिय़ों वाला इलाका है। यहां जब राजेंद्र योगी बांध के पास बकरी चरा रहा था तो उसी दौरान उसकी नजर झाडिय़ों में पड़ी। जहां उसे अखबार में कुछ लिपटा हुआ दिखा। जब उसने पास जाकर देखा तो उसमें नवजात कन्या दिखी। जो मृत थी और उसे चींटे नोंच रहे थे।। नजारा देख राजेन्द्र एकबार तो जोर से चिल्लाया। बाद में उसने दौड़कर यह सूचना दूसरों तक पहुंचाई। सूचना सरपंच दिनेश जांगिड़ व पुलिस तक पहुंची तो वे भी घटना स्थल पर पहुंचे। जहां मौका मुआयना कर पुलिस ने नवजात को कब्जे में ले लिया। जिसके बाद उसे राजकीय कपिल अस्पताल ले जाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद दफनाने के लिए ग्राम पंचायत को सुपुर्द किया गया। मामले में ग्राम पंचायत की ओर से पुलिस थाने मेें रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। जिसके आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सात महीने की नवजात, पोस्टमार्टम से होगा खुलासाचिकित्सकों के अनुसार मृतक नवजात करीब सात महीने की थी। जिसका जन्म 24 घंटे के भीतर ही हुआ था। किसी अस्पताल की कारस्तानी भी इसमें शामिल मानी जा रही है। हालांकि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही ये पता लगेगा कि मासूम की मौत जन्म से पहले ही गर्भ में हुई या जन्म के बाद उसकी मौत हुई है। फिलहाल पुलिस मामले में घटना स्थल के नजदीकी लोगों व अस्पतालों से जानकारी जुटा रही है।
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