बांदीकुई. भले ही शिक्षा विभाग मिड डे मील योजना व अन्नपूर्णा दुग्ध योजना के प्रभावी संचालन के लिए दो दिन विद्यालयों का सघन निरीक्षण अभियान चला रहा हो, लेकिन मिड डे मील व दुग्ध योजना पूरी तरह जिले में पटरी से उतर चुकी है। ऐसे में इस निरीक्षण अभियान पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लम्बे समय से दुग्ध योजना का विद्यालयों को भुगतान नहीं मिल सका है। इसके चलते कई विद्यालयों में तो दुग्ध योजना बंद हो चुकी है। इसके चलते छात्रों को दूध से वंचित होना पड़ रहा है।
Mid-day meal and Annapurna milk scheme will be investigated
वहीं मिड डे मील योजना में कुक कम हैल्परों को भुगतान नहीं मिल रहा है। पोषाहार राशि भी समय पर नहीं मिल रही है। अब देखना यह है कि निरीक्षण में शिक्षा विभाग कौनसी विद्यालयों को चुनता है। जिन विद्यालयों में दूध व पोषाहार नहीं मिल रहा है या फिर जहां पोषाहार व दूध मिल रहा है। इसके बाद ही मामले की स्थिति साफ हो सकेगी कि आखिर अधिकारियों ने निरीक्षण में क्या देखा। खास बात यह है कि निरीक्षण से पहले सरकार को मिड डे मील व दूध का भुगतान करना चाहिए। इसके बाद ही निरीक्षण अभियान चलाया जाना चाहिए।
हालांकि अधिकारियों का निरीक्षण के पीछे तर्क है कि इससे विद्यालयों की वास्तविक स्थिति सामने आ सकेगी और पोषाहार की गुणवत्ता की स्थिति भी स्पष्ट हो सकेगी। इसके बाद विद्यालयों में निरीक्षण से जुड़ी रिपोर्ट से कलक्टर को अवगत कराया जाएगा। यह निरीक्षण बुधवार व गुरुवार को किया जाएगा।
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बिवाई , रलावता , अशापुरा व कुटी क्षेत्र के कई स्कूलो मेें दूध की सप्लाई कई माह से बंद है। जबकि जुलाई 2018 में अन्नपूर्णा दुग्ध योजना शुरू की गई थी, लेकिन इस योजना के संचालन में बजट रोड़ा बना हुआ है। इसमें पांचवीं तक के छात्रों के लिए 5.25 रुपए एवं आठवीं तक के ब”ाों के लिए 7 रुपए प्रति छात्र भुगतान देय है।
उपखण्ड क्षेत्र की 76 विद्यालयों की होगी जांच
शिक्षा विभाग सूत्रों के मुताबिक बुधवार व गुरुवार को उपखण्ड क्षेत्र की 76 विद्यालयों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके लिए 11 अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसमें उपखण्ड अधिकारी 2, विकास अधिकारी 10, तहसीलदार 4, पीडब्ल्यूडी सहायक अभियंता 4, सहायक अभियंता जलदाय विभाग 4, मुख्य ब्लॉक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी 4, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी व अधिनस्थ सीआरसीएफ व बीआरसीएफ 30 विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे।इसी प्रकार महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी 6अधिशासी अधिकारी नगरपालिका 4, अधिशासी अभियंता भू संसाधन विभाग 4 एवं जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बसवा प्रधानाचार्य 4 विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे।
गुणवत्ता की होगी जांच
शिक्षा विभाग की ओर से पोषाहार व दूध योजना की गुणवत्ता की जांच की जाएगी। निरीक्षण में दूध योजना बंद या फिर भुगतान से जुड़ी समस्या सामने आएगी। तो उससे जुड़ी रिपोर्ट बनाकर उ”ााधिकारियों को भेजकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाएगा और शीघ्र बजट आवंटन का प्रयास किया जाएग।
चौथमल मीणा, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बांदीकुई
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