सीकर. कोरोना काल में जहां चिकित्साकर्मियों को भगवान कहा जा रहा है, वहीं एक चिकित्साकर्मी ने हैवानियत की हदें पार करने का आरोप सामने आया है। राजस्थान के सीकर जिले के एक निजी अस्पताल में एक नर्सिंगकर्मी द्वारा अस्पताल में उपचार के लिए आई युवती से ईसीजी करने के दौरान छेड़छाड़ व बलात्कार के प्रयास का मामला सामने आया है। आरोप है कि घटना के बाद अस्पताल के चिकित्सक ने भी नर्सिंगकर्मी का पक्ष लिया। पीडि़तों को जातिसूचक गालियां भी दी। घटना के बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ये है मामलापुलिस के अनुसार युवती की ओर से पुलिस में दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि वह अपनी मौसी व दादाजी के साथ निजी अस्पताल में दिखाने आई थी। चिकित्सक ने ईसीजी की सलाह दी। इस पर संदीप नाम का नर्सिंग स्टाफ उसे दूसरे कमरे में ले गया। वहां पर मुंह पर कपड़ा डाल दिया व छेड़छाड़ करने लगा। इसके बाद मेरे से गंदा काम करने की कोशिश करने लगा। इस पर युवती अंदर से भाग आई व सारी बात अपने दादा को बताई तो उन्होंने चिकित्सक से इसकी शिकायत की। इस पर चिकित्सक ने भी यही कहा कि जांच ऐसे ही होती है। इसके बाद जातिसूचक गालियां दी व यह बात बाहर बताने पर जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया।
कुएं में कूदकर महिला ने दी जान
धोद. धोद थाना क्षेत्र के बल्लूपुरा गांव में सोमवार को महिला ने कुएं में कूदकर जान दे दी। थानाधिकारी अमित कुमार नागोरा ने बताया की बल्लुपुरा गांव निवासी महिला आंची देवी (50) का शव घर से एक किमी दूर खेत के कुएं में मिला है। परिवार के लोगों ने कुएं में शव देखकर पुलिस को मामले की सूचना दी। थानाधिकारी अमित नागौरा ने घटना स्थल पर पहुंच कर महिला का शव कुएं से बाहर निकलवाया। पुलिस उप अधीक्षक ग्रामीण राजेश आर्य ने भी मौका मुआयना किया। परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया है कि महिला मानसिक बीमार थी। उसकी दवाइयां भी चल रही थी।
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