Aajkal Rajasthan/mandi news/जयपुर. शहर की मंडियों में इन दिनों प्याज के भाव तो कम हुए है, लेकिन लहसुन के दाम आसमान छू रहे है।
आवक कम होने से अभी लहसुन 200 से 300 रुपए प्रति किलों में खुले में बिक रहा है। जबकि पिछले साल इन्हीं दिनों में यह लहसुन 20-25 रूपए प्रतिकिलाे तक बिका था।
व्यापारियों का कहना है कि वर्ष 2018 में लहसुन के दाम कम रहने के कारण किसानों ने लहसुन की फसल प्रति क्षेत्रफल कम कर दिया था। कई जगह पर मौसम खराबी से भी इसकी पैदावार पर असर पड़ा है। इसी वजह से लहसुन की आवक कम रही और 2019 में जनवरी-फरवरी बाद से ही लहसुन महंगा हाेने लग गया था।
अभी हाड़ाैती से केवल पुराना लहसुन ही आ रहा है और नई फसल मार्च-अप्रैल में आएगी। हालांकि एमपी से 6 से 10 टन नई फसल की शुरुआत तो हो गई। मुहाना मंडी में हल्की क्वालिटी का 60 अाैर अच्छा लहसुन 160 रुपए प्रतिकिलाे थाेक में बिक रहा है। शहर के विभिन्न इलाकों में एरिया के हिसाब से लहसुन बिक रहा है। मंडियों में यह 200-255 रुपए किलो में और कॉलोनियों में फेरी वाले 300 रुपए प्रति किलों में लहसुन का बेचान कर रहे है।
लहसुन की रोजाना खपत 50 टनमुहाना मंडी में लहसुन की राेजाना खपत 50-60 टन है लेकिन अावक 30-40 टन ही हाे रही है। लहसुन की आवक-कोटा, बारा व उदयपुरवाटी से पुराना और एमपी के मंदसौर, पिपलिया मंडी व नीमच से नया लहसुन आना शुरू ही हुआ है।
पुराने लहसुन की मुहाना मंडी में रोजाना 25 से 30 टन और नयावाला लहसुन 6 से 10 टन आ रहा है।प्याज महाराष्ट्र के नासिक व गुजरात के भावनगर से आ रहा है। जयपुर आस पास से भी कुछ नया प्याज आने लग गया है। अभी खुदरा में हल्का प्याज 15 व अच्छा प्याज 20 से 22 तक बिक रहा है। खुले में 35 रुपए प्रतिकिलो तक बिका है।
फसल की आवक कम
मुहाना मंडी के अध्यक्षशिवशंकर शर्मा ने बताया कि लहसुन की फसल का क्षेत्रफल कम रहने के कारण आवक कम रही। क्योंकि पिछली बार लहसुन के भाव बहुत कम थे, इस वजह से किसानों ने लहसुन कम बोया। साथ कई जगह मौसम खराबे के कारण फसल में नुकसान भी रहा।