सीकर. केन्द्र सरकार की ओर से पिछले साल गरीब कल्याण योजना के तहत राजस्थान को दिए चने की बर्बादी के मामले में सीकर सासंद सुमेधानंद सरस्वती ने राज्य सरकार को घेरा है। सांसद ने इस संबंध में राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित समाचार का जिक्र करते हुए राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र को पत्र लिखा है। जिसमें चने खराबे के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने रविवार के अंक में केन्द्र से पिछले साल आया चना, राज्य के गोदामों में सड़ा दिया, अब आदमी तो दूर जानवर तक नहीं खाए…शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया। इसके बाद सांसद ने सोशल मीडिया पर भी पत्रिका के समाचार को शेयर कर राज्य सरकार पर लापरवाही के आरोप लगाए है। सांसद ने लिखा कि, राज्य सरकार ने गरीबों का हक छीन कर घोर पाप किया है। जिम्मेदार अधिकारियों से सरकार को इसकी वसूली करनी चाहिए। सांसद ने बताया कि केन्द्र सरकार ने राजस्थान को लगभग 24 हजार मैट्रिक टन चना आवंटित किया था। सरकार पूरे एक साल में पात्र लोगों को चने का वितरण नहीं करवा सकी। इस कारण चना अब गोदामों में सडऩे लगा है। सांसद ने अब सही चने को बंटवाने की भी मांग की है।
राज्य को अपने गोदामों के बारे में ही पता नहींसासंद ने कहा कि राज्य सरकार को अपने गोदामों के हाल का ही पता नहीं है। गोदामों में रखा चना कुछ खराब भी हो गया है। यदि समय रहते इसका वितरण होता है प्रदेश में चने की बर्बादी नहीं होती।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी बांटने की तैयारीगौरतलब है कि खराब हुआ गरीब कल्याण योजना का चना प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों में बांटने की भी तैयारी की जा रही थी। इसके लिए माहिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों पर दबाव भी बनाया जा रहा था। जिसे भी पत्रिका ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
पत्रिका मुद्दा: सांसद ने राज्यपाल को लिखा पत्र, चने खराबे के दोषी अधिकारियों के खिलाफ की कार्रवाई की मांगकी वसूली
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