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पत्रिका ग्राउंड रिपोर्ट: गांवों में कोरोना से जा रही जानें, हांफ रही सरकार

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सीकर. कोरोना की दूसरी लहर में लगातार गांवों में बढ़ते संक्रमण की वजह से गांवों की सरकार हांफने लगी है। गांवों की सरकार के पास कोरोना से लडने के लिए न पर्याप्त बजट है न दूसरे संसाधन है। लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में मौतों के बाद भी गांवों के लोगों भी सरकारी गाइडलाइन को मजाक बना रहे हैं। गांवों के सरकारी अस्पताल भी कोरोनाकाल मे महज रैफरल अस्पताल साबित हो रहे हैं। पिछले दिनों चिकित्सा विभाग की ओर से कराए गए सर्वे में सामने आया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सात लाख से अधिक लोगों में कोरोना जैसे लक्षण है। इनके लिए चिकित्सा विभाग की ओर से घर-घर दवा बांटने का दावा किया जा रहा है। लेकिन समय पर उपचार नहीं मिलने की वजह से गांवों में मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। पत्रिका टीम ने शुक्रवार को शेखावाटी के गांवों की स्थिति देखी तो हालात भयावाह नजर आए। कही सुबह ग्यारह बजे बाद भी बाजार खुले हुए थे तो ही मास्क पूरी तरह गायब है। कहीं तो उपचार ही धर्मशालाओं व छोटे छोटे कमरों में हो रहा है। पेश है शेखावाटी के गांवों से लाइव रिपोर्ट।
 
ना मास्क, ना सोशल डिस्टेंसिंग, कैसे होगा कोरोना से बचावटोडा. दूसरी लहर में शहरों के साथ-साथ गांवों में संक्रमण फैल चुका है। गांवों में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरोना के मरीज बढऩे के साथ ही गांवों में मौत भी हो रही है। सरकार बार-बार लोगों को कोरोना के बचाव के लिए मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग बनाने की अपील कर रही है। इसके बावजूद भी लाग लापरवाह बने हुए है। पत्रिका टीम ने शुक्रवार को राप्रास्वा. केन्द्र स्थित बाजार की ग्राउंड रिपोर्ट की तो चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई। लोग बेपरवाह होकर बिना मास्क के घूम रहे थे। तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना तो बिल्कुल भूल गए। किसी ने मास्क लगा रखे थे तो नाक व मुंह खुलें थे। गांवों के लोग कोरोना माहमारी को लेकर बिल्कुल भी जागरूक नहीं है। इसी तरह हम सब लापरवाही करते रहे तो कोरोना को कैसे मात दे पाएंगें। गांव को कोरोना से बचाने के लिए अभी तक किसी भामाशाह का भी सहयोग नहीं मिला। गांव में दोपहर 12 बजे बाद तो सन्नाटा सा पसर जाता है, लेकिन 11 बजे तक बाजार में भीड़ बनी रहती है। ग्राम पंचायत टोडा की सरपंच सुनीता यादव ने बताया कि गांवों में लगातार कोरोना फैल रहा है। सरकार ने कोविड-19 के लिए अभी तक कोई बजट नहीं दिया है। ऐसे में कोरोना से कैसे लड़ा जाएं।
यहां नहीं समझ पा रहे हैं लोग स्थिति की गंभीरता को
पाटन. हसामपुर में ग्यारह बजे के बाद भी बाजारों में चहल-पहल है। सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क की अनिवार्यता भी दिखाई नहीं दे रही है। आवश्यक वस्तुओं के अलावा भी यहां हर प्रकार का सामान कपड़े-जूते उपलब्ध है। बहुत से दुकानदार चोरी छिपे सामान बेच रहे हैं। गुरूवार को यहां की एक महिला की कोरोना से मौत हुई थी। कोरोना से यहां अब तक दो लोगों की जान जा चुकी है वहीं एक्टिव केस की संख्या 11 है। कोरोना की पहली लहर में भी हसामपुर में कोरोना मरीज मिले थे वहीं दूसरी लहर में भी पाटन पंचायत समिति के सर्वाधिक कोरोना संक्रमित यहीं मिले हैं। इसके बावजूद यहां लोगों में जागरूकता नहीं दिखाई दे रही है। ग्राम पंचायत सरपंच संतोष कंवर ने बताया कि तय समय में बाजार बंद करवाने से लेकर वैक्सीनेशन तक का कार्य पंचायत द्वारा सक्रियता से किया जा रहा है।
छोटी छोटी लापरवाहियों ने पूरे गांव के फैला दिया संक्रमण
पलसाना.गांवों में कोरोना से लगातार हो रही मौतों के बाद भी ना तो चिकित्सा विभाग गंभीरता दिखा रहा है और ना ही आमजन सावधानियां बरत रहे है। पत्रिका संवाददाता ने शुक्रवार को इलाके के गांवों के हाल देखे तो हर कदम लापरवाही सामने आई। सरपंच सोहन कुमावत ने बताया कि गांव में कोरोना संदिग्धों की मौत की सूचना चिकित्सा विभाग को दे दी गई है। लेकिन इसके बाद भी समय पर सम्पर्क में आए लोगों की सैम्पलिंग नही हो पा रही है। साथ ही आमजन भी संक्रमण के बावजूद बार बार जागरूक करने के बाद भी लापरवाही बरत रहे है। लोग लॉकडाउन के बावजूद बिना मास्क के घरों से बाहर निकल रहे है, जो घातक है। हालांकि जहां जहां संक्रमित लोग मिल रहे है वहां सेनिटाइज करवाने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन समय पर सैम्पलिंग नही होने और अमजन की लापरवाही से संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है।
चार दिनों में चार मौतें
पिपराली ब्लॉक के जोशियों की ढाणी में बीते चार दिनों में चार मौतें हो चुकी। जिसमें एक 21 वर्षीय युवती की सांवली के कोविड अस्पताल में मौत हो गई। वहीं एक व्यक्ति को जयपुर उपचार के लिए ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं दो अन्य व्यक्तियों को घर पर ही अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई और परिजन अस्पताल ले जा पाते उससे पहले ही मौत हो गई। ऐसे में पिछले चार दिनों में गांव में चार मौते हो गई। दो व्यक्तियों की मौत की कोरोना से होने की पुष्ठि हो चुकी। वहीं दो की अचानक मौत होने से ना सैम्पलिंग हो पाई और ना ही किसी प्रकार से कोरोना को लेकर पुष्ठि हुई। हालांकि सांस लेने में तकलीफ होने से हुई मौतों के बाद मृतकों को कोरोना संदिग्ध मानकर चिकित्सा विभाग को सूचित किया गया है, लेकिन गांव में अभी तक मृतकों के परिजनों और सम्पर्क में आए लोगों की सैम्पलिंग नही हो पाई है।
अजबपुरा में दुकानदार की मौत के बाद दो दर्जन संक्रमित
पिपराली ब्लॉक के अजबपुरा गांव में एक किराना दुकानदार की मौत के बाद परिजनों सहित आसपास के 22 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके बाद पूरे मौहल्ले को सीज कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि मृतक व्यक्ति घर पर ही किराना की दुकान चलाता था। उसके बेटे ने पृथ्वीपुरा में क्लीनिक कर रखा है, जहां पहले से ही कोरोना का संक्रमण फैला हुआ है। पिता को बुखर होने पर घर पर ही उपचार करता रहा। दिक्कत बढ़ी तो सांवली कोविड अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसे सांस लेने में दिक्कत हुई और ऑक्सीजन के अभाव में मौत हो गई। इसके बाद परिजनों सहित सम्पर्क में आए दो दर्जन लोगों के सैम्पल लिए गए। जिसमें 22 जनों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके बाद पूरे मोहल्ले को सीज कर दिया गया है और आसपास के घरों में सर्वे किया जा रहा है।

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