सीकर/खाटूश्यामजी. जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव के तीसरे चरण के चुनाव एक दिसंबर को होने है। चुनाव में स्वच्छ छवि के जनप्रतिनिधि चुनने के लिए राजस्थान पत्रिका की ओर से चलाए जा रहे चेंजमेकर अभियान के तहत रविवार को वेबिनार का आयोजन हुआ। जिसमें दांतारामगढ उपखंड की महिलाओं ने बतौर चेंजमेकर, वॉलंटियर के रूप में शिरकत की। इसमें ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि स्वच्छ छवि के लोग जीतकर आएंगे तो गांव की समस्याएं दूर होंगी और वहां की सूरत भी बदलेगी। महिलाओं ने बताया कि दांतारामगढ उपखंड डार्क जोन में है और पानी की समस्या सबसे बड़ा मुद्दा है।
ग्राम पंचायत मदनी की हंसा कुमावत और आदर्श नगर की संतोष देवी ने बताया कि हमारे क्षेत्र में पीने के पानी की सबसे बड़ी समस्या है। टेंकर से मोल पानी मंगवाना पड़ता है। गरीब लोगों के लिए तो बड़ी समस्या है। लिखमा का बास की सुनीता वर्मा ने बताया कि हमारे गांव में टूटी सड़क और जलभराव की समस्या के चलते ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ती है। कैलाश गांव की गणेश कवंर और जालूण्ड की सुशीला शर्मा व शिवांगी शर्मा, दलतपुरा की सीता देवी ने ऑनलाइन चर्चा में बताया कि हमारा गांव पानी, सड़क, नाली, चिकित्सा की समस्या से जूझ रहा है। अभी तक कई जनप्रतिनिधि चुनकर आए। मगर समस्या जस की तस बनी हुई है। खाटू की पूजा सोनी ने बताया कि खाटू में सिवरेज की सबसे बड़ी समस्या है। कई वार्डो में नालियों के अभाव से गंदे पानी का भराव से लोग परेशान है। वहीं दांतारामगढ उपखंड पर सरकारी कॉलेज हो तो विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा की सुविधा मिन सके। महिलाओं ने कहा कि पंचायत स्तर के सभी काम ऑनलाइन हो तो ग्रामीणों को इसका लाभ मिल सके। अंत में सभी ने कहा कि हम ऐसे जनप्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे जो हमारे गांव की समस्याओं को प्रमुखता से लेकर उनका समाधान करेगा।
ग्रामीणों ने यह बनाया एजेंडा- पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए पंचायत नहरी योजना लाने के लिए एजेंडा तैयार करें। जिसके तहत पंचायत के अधीन आने वाले गांवो तक पानी पहुंच सके ।
– दांतारामगढ उपखंड के युवाओं में उच्च शिक्षा के लिए सरकारी कॉलेज खुलवाने के लिए सभी को सक्रिय होने की जरूरत।शहरों की तर्ज पर गांवो में घर-घर कचरा संग्रहण की व्यवस्था।
– गांवो में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए उच्च स्तर के खेल मैदान की जरूरत
वेबिनार का ग्राफजिला: सीकरकुल वेबिनार: 5कितनी पंचायत समितियां जुड़ी: 4कुल कितने गांव जुड़े: 32कितने ग्रामीणों की भागीदारी: 90
गांवों से ये सामने आए प्रमुख मुद्देहर पंचायत समिति मुख्यालय पर खुले सरकारी कॉलेजकुंभाराम लिफ्ट पेयजल परियोजना को जल्द मिले स्वीकृतिहर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर बने खेल मैदान।स्वच्छता के लिए दोगुना से अधिक मिले बजट।जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों को मिले वित्तीय अधिकार।
पत्रिका चेंजमेकर: महिलाएं बोली स्वच्छ छवि के जनप्रतिनिधियों से बदलेगी गांवो की तस्वीर
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