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शराब बिक्री लक्ष्य 15% बढ़ाया, सरकारी एजेंसियां भी खाेलेंगी ठेका; दुकानों के लिए आवेदन शुल्क और लाइसेंस फीस में बढ़ोतरी

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Aajkal Rajasthan/जयपुर.राज्य सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए नई आबकारी मद्य संयम नीति जारी कर दी। इसमें शराब की बिक्री के टारगेट 15 % तक बढ़ाने के साथ ही शराब दुकानों के लिए आवेदन शुल्क से लेकर लाइसेंस फीस में जबर्दस्त बढ़ोतरी की गई है।

लाइसेंस फीस का भार ग्राहकाें पर पड़ना तय है। अंग्रेजी शराब की दुकानों की संख्या पहले की तरह 1000 तथा देशी मदिरा दुकानों की संख्या 6665 रखी गई है।

दुकान सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खाेलने का समय पहले की तरह ही रहेगा।

निजी ठेकेदार की मोनोपॉली नहीं चलेगी

सरकार ने शराब की बिक्री से राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य पिछले साल की तुलना में 1500 कराेड़ रु. बढ़ाया है। सरकारी एजेंसियां आरटीडीसी, आरएसबीसीएल और गंगानगर शुगर मिल भी शराब बिक्री के लिए अपनी दुकानें खोलेंगे। हालांकि इसके पीछे तर्क यह दिया गया है कि इससे निजी ठेकेदार शराब बिक्री में मोनोपॉली नहीं चला सकेंगे।

ज्यादा शराब बेचने पर आबकारी शुल्क में छूट और टारगेट से कम शराब बेचने पर जुर्माना लगेगा। देसी व अंग्रेजी शराब दुकान के लिए किए जाने वाले आवेदन का शुल्क भी 2 हजार रुपए तक बढ़ाया गया है।

नई नीति में हैरिटेज होटलों की लाइसेंस फीस को 10 गुना तक बढ़ाया गया है। शराब की बिक्री से इस बार 12500 करोड़ रु. के राजस्व अर्जन का लक्ष्य तय किया है। मौजूदा वित्त वर्ष में 11000 करोड़ लक्ष्य था।

बाेतल पर क्यूआर काेड, बता देगा शराब कहां बनी है, कीमत क्या है?

एक अप्रैल से शराब की बिक्री के साथ बिल काटना अनिवार्य होगा। इस बार शराब की बोतलों पर क्यूआर कोड भी दिया जाएगा, जिसे स्मार्टफोन से स्कैन कर यह पता चल जाएगा कि यह शराब कहां बनी, कहां के लिए भेजी गई और इसकी एमआरपी क्या है।

रम व वोदका  जिन  अब देसी दुकानों में भी

नई नीति में एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल युक्त देसी शराब के 30% उठान को अनिवार्य कर दिया गया है। इससे देसी की दुकानों पर सस्ती कीमत वाली रम, वोदका और जिन भी बिकेंगी।

हैरिटेज पर ज्यादा भार

हैरिटेज होटलों को शराब का लाइसेंस तीन श्रेणियों में दिया जा रहा था। ए श्रेणी के लिए 1.25 लाख रु., बी श्रेणी के लिए 1 लाख रुपए और सी श्रेणी के लिए 75 हजार रु. लाइसेंस फीस थी। अब इसे सीधे 10 लाख रु. कर दिया गया है।

जयपुर, जोधपुर में रेस्टोरेंट बार के लिए लाइसेंस फीस 10 लाख रु. से बढ़ाकर 12 लाख रु. की गई है।

आवेदन शुल्क 2 हजार रुपए बढ़ाया :

दुकान        पहले शुल्क               अब शुल्क 

10 लाख तक सालाना वाला देसी ठेका 23 हजार रु 25 हजार  10 लाख सेज्यादा वार्षिक राशिवाला ठेका 28 हजार रु. 30 हजार अंग्रेजी शराब दुकान 28 हजार रु.   30 हजार

लाइसेंस फीस 13 लाख तक बढ़ी :                                    पहले फीस                            अब  फीस                              पांच सितारा होटल 17 लाख          30 लाख                             चार सितारा 12 लाख                   22 लाख                       तीन सितारा 8.50 लाख                15 लाख                 लक्जरी ट्रेन 9.50 लाख                10 लाख .                    पांच सितारा होटल में 3 काउंटर,                                         चार सितारा में 2 व तीन सितारा में एक अतिरिक्त काउंटर जरूरी किया। हर काउंटर की फीस 5 लाख रुपए।

Liquor sales target increased by 15%, government agencies will also contract; Increase in application fees and license fees for shops

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