सीकर. संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले २६ मार्च को सीकर जिला बंद रहेगा। बंद के दौरान 9 से शाम 5 बजे तक चक्का जाम रहेगा और सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। इस दौरान केवल आवश्यक सेवाएं सुचारू रखी जाएगी। बंद की तैयारियों को लेकर बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई। बैठक में जिले के किसान संगठनों, व्यापारिक संगठन, ट्रेड यूनियन, सिटी बस यूनियन, टैक्सी यूनियन, शिक्षक संघ एवं अनेक सामाजिक संगठनों के समन्वय समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे। बी एल मील ने बताया कि प्रस्तावित बंद और चक्का जाम को लेकर रणनीति तय की गई। जिसमें 11 टोल बूथों एवं सभी सडक़ों पर 50 से ज्यादा पॉइंट चिन्हित कर कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी तय की गई। बंद को सफल बनाने के लिए जिले में मोबाइल टीमों का भी गठन किया गया है। मीटिंग में भारतीय किसान यूनियन जिला अध्यक्ष दिनेश जाखड़ , जिला सीकर व्यापार महासंघ संयोजक रामचंद्र चौधरी, जिला सीकर व्यापार महासंघ सीकर महामंत्री प्रदीप पारीक, अखिल भारतीय किसान सभा के किशन पारीक, सीकर ट्रांसपोर्ट यूनियन के अशोक मील, ऑटो रिक्शा चालक यूनियन सीटू के दिलीप मिश्रा, सीटू यूनियन के सुरेंद्र गुर्जर , सीटू यूनियन महामंत्री सोहन भामू, पूर्व प्रधान चोखाराम बुरडक़, स्टेशन रोड व्यापार संघ अध्यक्ष जसवीर भूकर, भारतीय किसान यूनियन प्रदेश उपाध्यक्ष कासम खिलजी, जिला गैस उपभोक्ता अधिकार संरक्षण समिति के महावीर ओला, नवलगढ़ रोड व्यापार संघ अध्यक्ष महेश सुंडा, किसान कांग्रेस जिला महामंत्री सुनील मारोठिया, पूर्व पूर्व सरपंच चुनाराम फौजी, महेंद्र थोरी दुगोली, गोवर्धन हुड्डा, मनोज मंगावा, राजू मील , कुमार महासभा प्रदेश अध्यक्ष किशोर दुल्हेपुरा, भंवरलाल बिजारणिया, इंद्राज यादव मामराज चौधरी, बनवारी चौधरी, लालचंद कुड़ी, नरेंद्र धायल, भागीरथ सारण, मुकेश खोकर, नेमीचंद मुंड, करण नेहरा, मनीराम भामू सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।———————-बंद को दिया समर्थनसंयुक्त श्रमिक समन्वय समिति के आह्वान पर बुधवार को श्रम संगठनों ने मजदूर विरोधी कानूनो के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान श्रम संगठनो ने २६ मार्च को प्रस्तावित सीकर बंद को समर्थन दिया। प्रदर्शन को सोहन भामू, ब्रजसुंदर जांगिड़ रोडवेज यूनियन के सांवरमल यादव ने संबोधित किया। केन्द्रीय श्रम संगठनों के राष्ट्रीय समन्वय समिति के जिला प्रवक्ता रामदेवसिंह टाकरिया ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान चार लेबर कोडस,किसानों के तीनों काले कानून एवं बिजली बिल 2020 को निरस्त करने, राजकीय, सार्वजनिक एवं वित्तीय क्षेत्रों तथा परिवहन सेवा, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं का निजीकरण बंद करने, आम बजट की जनविरोधी नीतियां वापिस लेने और सभी गरीब परिवारों को आर्थिक एवं खाद्य सहायता उपलब्ध करवाने की मांग गई। इस दौरान रोडवेज से शिवदानाराम शेषमा, रामदेवसिंह पूनिया ऑटोरिक्शा से दिलीप मिश्रा भवन निर्माण से ब्रजसुंदर जांगिड़ के नेतृत्व मे सीकर तथा रींगस धागा मील पर सुभाष नेहरा एवं दीपचंद बाजिया एवं एग्रो बायोटेक लि. अजीतगढ में सुभाष गुर्जर, राजेन्द्र सैनी के नेतृत्व मे कर्मचारियों ने विरोध जताया।
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