- Advertisement -
HomeNewsकपिल सिब्बल बदला ले सकते हैं घर के बाहर प्रदर्शन करने वाले...

कपिल सिब्बल बदला ले सकते हैं घर के बाहर प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसियों से

- Advertisement -

कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) G-23 के सदस्य हैं और वह समय-समय पर मीडिया में आकर ऐसी बयानबाजी करते रहते हैं जिससे जनता के मुद्दों से ध्यान हटाने में बीजेपी और मीडिया दोनों को सफलता मिल सके. कपिल सिब्बल कांग्रेस की अंदरूनी बातों को मीडिया के जरिए पहले भी लीक करते रहे हैं.
कपिल सिब्बल उन नेताओं में से हैं जिन्हें मीडिया में इंटरव्यू देना काफी पसंद है. कपिल सिब्बल को काफी अच्छा लगता है कि मीडिया उन्हें तवज्जो दे, उनकी बातों को हाईलाइट करें और उन्हें दिग्गज वकील के साथ-साथ दिग्गज नेता बताती रहे. जब कांग्रेस में सब कुछ ठीक भी चल रहा था उस समय भी कपिल सिब्बल मीडिया के जरिए ऐसी बयानबाजी करते रहते थे, जिससे बीजेपी को कांग्रेस पर उंगली उठाने का मौका मिल सके, जनता के मुद्दों से ध्यान हटाने का मौका मिल सके.
कपिल सिब्बल और उनके साथियों द्वारा इससे पहले सोनिया गांधी को चिट्ठी भी लिखी जा चुकी है, स्थाई अध्यक्ष को लेकर और कांग्रेस के कामकाज को लेकर. कपिल सिब्बल ने एक बार फिर से मीडिया में आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है और कांग्रेस पर ही सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है कि हमें पता ही नहीं है कि कांग्रेस के अंदर क्या चल रहा है. कांग्रेस के पास अध्यक्ष नहीं है, कौन फैसले ले रहा है यह हमें पता ही नहीं है.
इसके अलावा कपिल सिब्बल ने मीडिया में आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस नेतृत्व से CWC मीटिंग बुलाने की बात कही है. अब सवाल यह उठता है कि कपिल सिब्बल कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकारों में बड़े-बड़े मंत्रालय संभाल चुके हैं. कांग्रेस ने उनको बड़े-बड़े पदों से नवाजा था. कई बार राज्यसभा भी भेजा. कपिल सिब्बल को कांग्रेस ने वह सब कुछ दिया जो किसी साधारण से कार्यकर्ता को दिया होता तो आज भी वह सड़कों पर कांग्रेस के लिए लड़ रहा होता.
कांग्रेस द्वारा इतना सब कुछ मिला उसके बाद भी CWC की मीटिंग बुलाने के लिए कपिल सिब्बल को आखिर मीडिया में आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके क्यों कहना पड़ रहा है, इसके पीछे क्या कारण हो सकता है? क्या कपिल सिब्बल डायरेक्टर राहुल गांधी या फिर सोनिया गांधी से मिलकर यह बात नहीं कह सकते थे? क्या यह सब कुछ G-23 के सदस्यों द्वारा समय-समय पर जानबूझकर किया जाता है, ताकि गांधी परिवार को, गांधी परिवार के नेतृत्व को कमजोर दिखाया जा सके, बदनाम किया जा सके?
बीजेपी के निशाने पर अगर सबसे अधिक कोई नेता रहता है, किसी नेता को बदनाम करने के लिए सबसे अधिक अपनी मशीनरी का उपयोग अगर बीजेपी ने किया है तो वह राहुल गांधी हैं. चाहे राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा हो, जिसमें लगातार चीन सीमा से जुड़ी हुई खबरों पर मोदी सरकार से सवाल करना हो या फिर जनता से जुड़े हुए किसी भी मुद्दे पर सवाल करना हो, चाहे वह बेरोजगारी हो, महंगाई हो या फिर अपराध का मामला, राहुल गांधी सबसे आगे रहे हैं. जनता से जुड़े हुए मुद्दों पर, राष्ट्रीय मुद्दों पर, सीमा सुरक्षा से जुड़े हुए मुद्दों पर राहुल गांधी की बातों से सहमति जताते हुए कभी किसी कपिल सिब्बल या फिर G-23 के दूसरे किसी सदस्य को देखा है?
दरअसल कपिल सिब्बल और बाकी इनके साथ के नेताओं की परेशानी यह है कि, सोनिया गांधी के नेतृत्व में यह लोग सोनिया गांधी को अपने हिसाब से चला लेते थे. लेकिन राहुल गांधी के साथ इन्हें समस्या हो रही है. राहुल गांधी सत्ता की नहीं बल्कि विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं और कपिल सिब्बल जैसे नेता चाहे सरकार किसी की भी रही हो सहूलियत हासिल करते रहे हैं. कपिल सिब्बल जैसे नेता कभी भी बीजेपी सरकार का मुखर होकर विरोध करते हुए, आलोचना करते हुए नजर नहीं आए हैं.
राहुल गांधी को ऐसे लोग पसंद हैं जो लगातार जनता के लिए लड़ाई लड़े सरकारी एजेंसियों का डर जिनके अंदर ना हो. कपिल सिब्बल दिखावे के लिए कभी कोई बयान या कोई ट्वीट बीजेपी के विरोध में करते हैं. कपिल सिब्बल चांदनी चौक से सांसद भी रह चुके हैं. लेकिन कभी वह अपनी लोकसभा में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से अब मिलने नहीं जाते. दिल्ली में ही कपिल सिब्बल रहते हैं, लेकिन दिल्ली के ही कई कांग्रेस नेताओं की शिकायत है कि चुनाव के दौरान उन्होंने कपिल सिब्बल से आग्रह किया लेकिन वह हौसला बढ़ाने के लिए भी नहीं आए.
कभी वह यूथ कांग्रेस के ऑफिस नहीं जाते कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाने. दरअसल कपिल सिब्बल की समस्या क्या है? जब तक कांग्रेस की सरकार थी, इन लोगों ने बड़े-बड़े मंत्रालय लेकर मजे किए. बाद में कांग्रेस इन्हें राज्यसभा के जरिए नेतृत्व देती रही. लेकिन अब राहुल गांधी की कांग्रेस के अंदर जो काम करेगा उसे ही इनाम मिलेगा, इस नीति पर काम हो रहा है और यह नीति कपिल सिब्बल और इनके जैसे नेताओं के लिए हानिकारक है. क्योंकि यह लोग सड़कों पर उतर कर सत्ता के लिए विचारधारा के लिए संघर्ष करना चाहते नहीं है.
यह लोग कभी नहीं चाहते कि राहुल गांधी अध्यक्ष बने या फिर प्रियंका गांधी अध्यक्ष बने. यह लोग चाहते हैं कि या तो सोनिया गांधी रहें और हमारी बात मानती रहे या फिर कोई ऐसा व्यक्ति आ जाए जो हमारी सुने. कांग्रेस की विचारधारा भले ही कमजोर होती रहे, पार्टी भले ही चुनाव हारती रहे, लेकिन पार्टी के अंदर हमें ही सर्वे सर्वा माना जाए, हमारी ही बातों को तवज्जो दी जाए.
कपिल सिब्बल और इनके साथी पहले भी कई मौकों पर कांग्रेस के नेतृत्व के खिलाफ बयान बाजी कर के कांग्रेस को जनता के बीच कमजोर करने का प्रयास कर चुके हैं. यह लोग चाहते हैं कि कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो और इन्हें ऐसा लगता है कि अगर चुनाव होगा तो राहुल गांधी हार जाएंगे. जबकि सच्चाई इसके विपरीत है. राहुल गांधी अध्यक्ष बनना नहीं चाहते और अगर चुनाव होता है तो कांग्रेस के कार्यकर्ता उनके अलावा किसी और को चाहते नहीं है.
कांग्रेस की अंदरूनी बातों को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कपिल सिब्बल द्वारा कहा गया, नेतृत्व के खिलाफ बयान दिया गया. इसके बाद यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कपिल सिब्बल के घर के बाहर प्रदर्शन किया, नारेबाजी की. गुलाब के फूल रखकर गेट वेल सून भी कहा कपिल सिब्बल को. यह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का राहुल गांधी के प्रति प्यार और उनके नेतृत्व की स्वीकार्यता ही तो है.
अगर कपिल सिब्बल को लगता है कि राहुल गांधी का समर्थन कार्यकर्ताओं के बीच नहीं है या नेताओं के बीच नहीं हैं तो कपिल सिब्बल के पास अगर अपने खुद के लाखों-करोड़ों समर्थक हैं, तो उनके साथ उन्हें गांधी परिवार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करना चाहिए. अगर राहुल गांधी के खिलाफ कपिल सिब्बल और बाकी के नेता बयान बाजी कर रहे हैं तो कम से कम उनका जनाधार तो होगा ही लाखों-करोड़ों समर्थक तो होंगे ही? उनको लेकर सामने आना चाहिए.
The post कपिल सिब्बल बदला ले सकते हैं घर के बाहर प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसियों से appeared first on THOUGHT OF NATION.

- Advertisement -
- Advertisement -
Stay Connected
16,985FansLike
2,458FollowersFollow
61,453SubscribersSubscribe
Must Read
- Advertisement -
Related News
- Advertisement -