जीणमाता. लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केन्द्र जीणधाम नवरात्रि मेला शुरू होने में मात्र 10 दिन शेष बचे हैं लेकिन जीणधाम पहुंचने वाली सभी प्रमुख सडक़ों की बदहाली श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों की परेशानी का सबब बनी हुई है। जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जीणमाता पहुंचने का मुख्य सडक़ मार्ग रैवासा होकर राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा हुआ है जहां होकर रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। मेले में यह तादाद और बढ़ जाती है लेकिन पिछले दो साल से इस सडक़ मार्ग की मरम्मत नही हुई है। लगभग दर्जनों स्थानों पर सडक़ में बड़े गड्डों के कारण दुर्घटनाओं का सिलसिला लगातार जारी है। वहीं क्षतिग्रस्त सडक़ के कारण स्थानीय लोगों को वाहनों की मरम्मत पर अतिरिक्त समय व धन खर्च करना पड़ रहा है। गोरियां से रैवासा के बीच तथा रैवासा से काला-गौरा भैरू के बीच तो समस्या और भी विकट है। रैवासा कोटड़ा वाले बालाजी के पास तो सडक़ पर जानलेवा गड्डे बने होने से पिछले एक साल में दर्जनों गंभीर दुर्घटनाएं हो चुकी है। जीणमाता को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोडऩे वाले इस प्रमुख सडक़ मार्ग की मरम्मत के लिए गत मेले में भी जिला कलक्टर ने आदेश दिए थे लेकिन उस समय ठेकेदारों ने लीपापोती कर सडक़ मरम्मत में कोताही बरती। जिसके बाद सडक़ की हालत दिनोंदिन बद से बदतर हो गई। इस बार भी शुक्रवार को सीकर में आयोजित मेला मिटिंग में एक बार यह मामला उठा लेकिन मिटिंग के दौरान विभागिय अधिकारियों ने टालमटोल कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। जीणमाता को खाटूधाम से जोडऩे वाले सडक़ मार्ग में भी कोछोर तक सडक़ बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है यही हाल उदयपुरा से जीणमाता तक बने सडक़ मार्ग का है ऐसे में बदहाली का शिकार सडक़ों से रोजाना परेशान हो रहे स्थानीय लोगों के साथ-साथ आगामी चैत्र लक्खी मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को भी बदहाल सडक़ों से पीड़ा का अंदेशा बना हुआ है। इतना नही देशभर में प्रसिद्ध जीणधाम पहुंचने वाले सभी मुख्य मार्गों पर ना तो किलोमीटर बताने वाले बार्ड लगे है ना ही घुमावों व खतरनाक मोड़ों की चेतावनी देने वाले अन्य संकेतक ऐसे में देशभर से जीणधाम पहुंचने वाले भक्तों की राह में प्रशासनिक उपेक्षा खलल डाल रही है लेकिन आगामी मेला सिर पर होने के बावजूद विभाग लापरवाह बना हुआ है।इनका कहना है…जीणमाता में आने जाने के लिए सभी प्रमुख सडक़ों की इस समय हालत बहुत खराब है। प्रशासन को इस बाबत अवगत करवाया है लेकिन विगत मेलों से पहले सडक़ ठीक नही होने का खामियाजा स्थानीय जनता ,लाखों श्रद्धालुओं को भुगतनी पड़ रही है। मेला मिटिंग में भी प्रशासन को इस बाबत अवगत करवाया है। विभाग को तुरंत इस ओर ध्यान देना चाहिये। सुभाष शेषमा, सरपंच ग्राम पंचायत, रलावता जीणधाम जिले का प्रमुख आस्था का केन्द्र है जीणमाता की सडक़ों की मरम्मत पहले हर मेले से पहले संतोषजनक हो जाती थी लेकिन पिछले दो साल में जीणधाम पहुंचने वाले सभी सडक़ों मार्गों की मरम्मत नही होने से देशभर से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को परेशानी होती है। दीपक मितल, श्रद्धालु
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