पलसाना. सीकर एवं झुंझुनूं जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ पलसाना में मिलावटी घी तैयार करने की शिकायत पर मंगलवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए डेयरी प्लांट पहुंची। हालांकि प्रारम्भिक जांच में मिलावट जैसी कोई बात सामने नहीं आई है, लेकिन टीम ने घी व दूध के नमूने लिए हैं। जिन्हें जांच के लिए जयपुर भिजवाया जाएगा। रसद अधिकारी रतनसिंह गोदारा व फूलसिंह बाजिया ने बताया कि सरस डेयरी में मिलावटी घी तैयार करने की शिकायत मिली थी। इस पर डेयरी में तैयार हो रहे घी के नमूने लिए है। रसद अधिकारियों ने बताया कि प्रारम्भिक जांच में मिलावट जैसी कोई बात सामने आई नहीं है। हालांकि डेयरी में सवाईमाधोपुर डेयरी के करीब 500 पीपे घी के आए जरूर है, लेकिन यह डेयरी की नियमित प्रक्रिया है। इसमें 15 लीटर की पैकिंग में आए घी को रिप्रोसेसिंग कर एक लीटर व आधा लीटर की पैकिंग में तैयार कर वापस भेज दिया जाएगा। इसके लिए डेयरी को संबंधित डेयरी की ओर से प्रति लीटर पर साढ़े तेरह रूपये देने की बात सामने आई है। इसके लिए डेयरी के पास आरसीडीएफ से स्वीकृति भी है। ऐसे में मिलावट जैसी कोई बात सामने आई नही है।
टीम ने पांच नमूने लिएजांच के लिए डेयरी पहुंची टीम ने घी व दूध की जांच करवाने के लिए पांच नमूने लिए है, जिसमें तीन घी व दो दूध के है। रसद अधिकारियों ने बताया कि जो घी सवाईमाधोपुर से आया हुआ है उसकी पैकिंग खोलकर एक नमूना उसका लिया गया है। वहीं एक नमूना घी को रिप्रोसेसिंग कर एक लीटर की पैकिंग करने के बाद उसका एवं एक नमूना प्रोसेस में चल रहे घी का लिया गया है। साथ ही दो नमूने दूध के लिए गए है जो डेयरी की ओर से तैयार कर बाजार में भेजे जाने वाला दूध है उसकी पैकिंग थैलियों के लिए गए है। टीम के जांच के लिए डेयरी में पहुंचने में पर एकाबारगी तो डेयरी अधिकारियों और स्टाफ में हडक़ंप मच गया।
बाद में टीम ने अधिकारियों से बात कर जांच के बिंदू बताए तब माजरा समझ में आया। जिला रसद अधिकारी रतनसिंह गोदारा ने बताया कि प्रारम्भिक जांच में मिलावट जैसी बात सामने नही आई है बाकी नमूनों की जांच के बाद ही पता चलेगा। वहीं सरस डेयरी के एमडी केसी मीणा ने कहा कि मिलावट जैसी कोई बात नही है। टीम ने नमूने लिए जांच के बाद सब साफ हो जाएगा।
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