Interesting: Facebook Live of missing buffaloes…
-सोशल मीडिया की मदद से मिली लापता भैंसें-व्हाट्सऐप ग्रुप और फेसबुक बने मददगारसीकर. अमूमन सोशल मीडिया(social media) की मदद से बिछड़े यार दोस्तों या फिर खोए हुए लोगों के वापस मिलने की खबर सुनने में आती है। लेकिन आपने सोशल मीडिया के मार्फत खोई हुई भैंसों का मिलना नहीं सुना होगा। सीकर में एक किसान की लापता भैंसों के फेसबुक व व्हाट्सऐप की मदद से पांच दिन बाद मिलने की दिलचस्प कहानी रातोंरात सुर्खियों में है।
हुआ यूं कि 18 जुलाई को कांवट(kanwat) कस्बे के गांव केरपुरा में किसान बनवारी यादव अपनी भैंसों को पास के एक तालाब पर चराने के लिए लाया था। लेकिन शाम तक भैंस जब वापिस घर नहीं लौटीं तो यादव ने इधर उधर ढूंढना शुरू किया। भैंसों के ना मिलने से यादव काफी परेशान हो गया।
20 किलोमीटर दूर पहुंची भैंसेंउधर ये भैंसें चरते-चरते गांव से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित घसीपुरा निवासी सुण्डाराम खोखर के खेत तक पहुंच गए। खोखर ने आसपास भैंसों के गुम होने के बारे में पता भी लगाया लेकिन कुछ पता नहीं चला। बाद में खोखर ने भैंसों को अपने खेत पर बांधकर उनकी देखरेख शुरू की।
भैंसों को मिला व्हाट्सऐप ग्रुप एक्सिस व फेसबुक लाइव!खोखर ने भैंसों के मालिक का पता लगाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। व्हाट्स ग्रुप पर भैंसों की पूरी जानकारी दी वही पूर्व जिला परिषद सदस्य रामावतार बड़सरा के साथ फेसबुक लाइव कर भैंसों को दिखाया गया। कई ग्रुपों में भैंसों के मिलने जानकारी शेयर की गईं।
टीचर ने कराया कनेक्शनभैंसों का मालिक भैंसों को ढूंढते-ढूंढते पास के तलहटी पुरा गांव के स्कूल अध्यापक के पास पहुंचा तो उस अध्यापक ने फेसबुक पर उन भैंसों को दिखाया। भैंस मालिक ने अपने पशुधन को पहचान लिया। फिर वीडियो कॉल के जरिए भैंसों को दिखाया गया व मालिक होने की जानकारी दी। बाद सुण्डाराम खोखल ने पुलिस चौकी इंचार्ज बलवीर सिंह व ग्रामीणों की मौजूदगी में भैंसों को उसके मालिक किसान के सुपुर्द किया।
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