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अंतर्राज्यीय मद्रासी गैंग ने की थी 10.26 लाख की चोरी, चार सदस्य जयपुर से गिरफ्तार

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सीकर. राजस्थान के सीकर शहर में सत्संग भवन के पास व्यापारी अमित पंसारी की कार से 10.26 लाख की चोरी का पुलिस ने छठें दिन पर्दाफाश कर दिया है। चोरी अंतर्राज्यीय मद्रासी गैंग ने की थी। जिसके चार सदस्यों को पुलिस ने जयपुर के करणी विहार से गिरफ्तार किया है। फिलहाल चोरी की रकम बरामद नहीं हुई है। एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने प्रेसवार्ता में बताया कि आरोपी कर्नाटक के सिमोगा जिले के भद्रावती पुलिस थाना इलाके के शिवु उर्फ शिवा (32) पुत्र लक्ष्मणा, सुनील (28 ) पुत्र रामू बोवी, हरीश उर्फ विजय पुत्र रवि मोवी तथा ईश्वर पुत्र चिटीबाबू नायडू है। जो राजस्थान के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश व कर्नाटक में चोरी व लूट की कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। उन्होनें बताया कि आरोपी गैंग इतनी शातिर है कि ठिकाना बदल बदलकर घटना को अंजाम देती है। रुपयों सहित गिरफ्तारी से बचने के लिए गैंग सदस्य वारदात के तुरंत बाद ही राशि व सामान को दूसरी जगह भेज देते हैं।
शीशा तोड़ या ऑयल डालकर वारदातएसपी ने बताया कि मद्रासी गैंग के सदस्य बैंक, एटीएम, बड़े शोरूम व वाहनों से या पैदल रुपए ले जाने वालों की रैकी कर घटना को अंजाम देते हैं। ऐसे लोगों को गैंग सदस्य खुजली वाला पाउडर डालकर निशाना बनाते हैं। इसके अलावा खड़े वाहन का शीशा तोड़कर या वाहन के इंजन के नीचे ऑयल डालकर वाहन चालक के आने पर इंजन से ऑयल निकलना बताकर उसके जांच में व्यस्त होने पर वाहन में रखे रुपए व जेवरात को निशाना बनाते हैं।
ये वारदातें कबूलीआरोपी राजस्थान में ही कई घटनाओं को अंजाम देना कबूल चुके हैं। मार्च में अलवर शहर में बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक के पास कार चालक इंजन से ऑयल निकलने का झांसा देकर आरोपी कार से 15 हजार तथा अप्रेल में जयपुर में अजमेर रोड से इसी तरह चार हजार रुपए चुरा चुके हैं। आरोपियों ने दूदू में एक शराब ठेके के सामने खड़ी कार का शीशा तोड़कर एक लाख रुपए चुराना भी स्वीकार किया है।
वारदात के बाद बदलते हैं ठिकाना, ट्रेक कर पकड़ाएसपी ने बताया कि मद्रासी गैंग ठिकाना बदल बदल कर लूट व चोरी करते हैं। जिसके चलते ही वे अब तक पकड़ में नहीं आ सके। घटना के बाद रुपयों सहित गिरफ्तारी से बचने के लिए वे वारदात के तुरंत बाद राशि को दूसरी जगह भेज देते हैं। सीकर की घटना के बाद भी आरोपी जयपुर के करणी विहार में किराये के मकान में रहने लगे थे। जिन्हें सीसीटीवी फुटेज व मुखबीर की सूचनाओं के आधार पर ट्रेस करते हुए गिरफ्तार किया गया।

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