सीकर. शारदीय नवरात्र में जहां हर कोई मां दुर्गा की भक्ति की लीन है। वहीं सीकर जिले में दुर्गा स्वरूपा कन्या को सड़क किनारे पौधों के लिए बने गमले में कोई छोड़ गया। राहगिर ने कपड़े लिपटी कन्या को देखा तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उस मासूम को जनाना अस्पताल पहुंचाया। जहां उसका उपचार शुरू किया गया। फिलहाल मासूम स्वस्थ है और अस्पताल स्थित शिशु ग्रह में भर्ती है। कन्या की उम्र करीब डेढ़ माह बताई जा रही है। दादिया थानाधिकारी सुभाषचंद ने बताया कि यह कन्या नवलगढ़ रोड पर टोल के पास सड़क किनारे पौधों के लिए बने गमले में कपड़े में लिपटी मिली है। टोल के पास कोई मजदूर सीकर जाने के लिए ऑटो का इंतजार कर रहा था। उसी दौरान कन्या के रोने की आवाज आने पर उसने उसे उठाया। बाद में इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने कन्या को अस्पताल स्थित शिशु ग्रह में भेजा है। इस दौरान वहां लोगों की भीड़ एकत्र हो गई।
क्यों नहीं कांपे हाथ…मासूम से चेहरे वाली इस कन्या को गमले में पेड़ की जड़ में रखते समय हाथ क्यों नहीं कांपे। जिसने में भी मौके पर बालिका को देखा उसके मन में यह ही भाव आए। सीमेंट और ईंटों से बने इस गमले में बच्ची को गमले की नीचे की ईंट हटाकर अंदर रखा गया था। ऐसे में पेड़ की जड़ में रखी गई यह कन्या किसी को बाहर से दिखाई नहीं दे रही थी। मजदूर बालिका के सिसकने की आवाज सुनकर ही गमले के पास चला गया। गमले के अंदर बालिका को देखकर दंग रह गया। पुलिस का मानना है कि कन्या को किसी वाहन से लाकर यहां रखा गया है। वजह है कि यह गमला सड़क के पास ही स्थित है।
पुलिस खंगालेगी सीसीटीवी फुटेज
बालिका को जहां पेड़ की जड़ में रखा गया। उसके पास ही टोल नाका है। नाके पर सीसीटीवी लगे हैं। ऐसे में पुलिस अब कन्या को गमले में रखने वाले की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच करेगी। दादिया पुलिस ने अभी तक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मौके पर लोगों का मानना था कि यह कन्या करीब डेढ़ से दो माह की है। ऐसे में सवाल यह है कि इतने दिन पालने के बाद उसे पेड़ की जड़ में क्यों रखा गया।
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