सीकर. आस्था की होली के बाद आज उत्साह व उल्लास की धुलंडी मनाई जा रही है। कोरोना गाइडलाइन के बीच रंगो की मस्ती सुबह से ही जहां- तहां दिखाई देने लगी है। हालांकि धुलंडी पर इस बार सार्वजनिक चंग- ढप्प व धमाल के आयोजन नहीं हो रहे हैं। होरियारों का हुड़दंग घरों में ही जारी है। लोग घरों में ही एक दूसरे को रंग व गुलाल लगाकर इस पारंपरिक त्योहार का मजा लूट रहे हैं। इस दौरान जहां तहां बच्चों से लेकर बड़ों व महिलाओं से लेकर बुजुर्ग तक अलग अलग रंगों में रंगे नजर आ रहे हैं।
गायब हुई टोलियांधुलंडी पर हर बार होलियारे टोली बनाकर घूमते हैं और रास्ते में मिलने वाले लोगों को रंग लगाते हैं। लेकिन, कोरोना की पाबंदियों के बीच आज शहर में टोलियां नहीं दिखाई दे रही है। लोग घरों व कॉलोनी में ही धुलंडी खेल रहे हैं।
खाटूश्यामजी में फीका हुआ होली का रंगहोली का रंग इस बार खाटूश्यामजी में काफी फीका नजर आ रहा है। फाल्गुनी मेले के बाद से श्याम मंदिर के पट बंद होने के कारण श्रद्धालु इस बार बाबा श्याम के साथ होली नहीं खेल पा रहे। 301 साल में ऐसा पहली बार हुआ है। हर बार यहां मेले में आने वाले श्रद्धालु होली तक रुककर बाबा श्याम पर गुलाल फेंककर होली खेलते थे। बाबा का खजाना भी इस दौरान लुटाया जाता था। लेकिन, कोरोना की दूसरी लहर की वजह से इस बार मंदिर के पट होली से पहले ही बंद कर दिए गए। इसके अलावा दो दिन पहले 19 लोगों की कोरेाना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कस्बे के कई इलाकों में जीरो मोबिलिटी की वजह से भी यहां होली का रंग फीका पड़ गया है। गौरतलब है कि कोरोना काल में खाटूश्यामजी के पट दूसरी बार बंद हुए हैं। इससे पहले पिछले साल लॉकडाउन लगते ही मंदिर के पट बंद किए गए थे। जो 11 नवंबर को सीमित संख्या में दर्शनार्थियों के प्रवेश के लिए खोले गए। खाटूश्यामजी के मेले में हालांकि दर्शनार्थियों की संख्या को असीमित कर दिया गया। लेकिन, अब मेला खत्म होते ही कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए मंदिर के पट फिर से बंद कर दिए गए हैं।
जगह जगह मंगलाई होलीइससे पहले सीकर जिले में रविवार को जगह जगह होली मंगलाई गई। जिसकी शुरुआत दिन में ही हो गई। शीतला चौक में तिवाड़ी समाज की ओर से भद्रा काल में होलिका दहन किया गया। इसके बाद शाम को शुभ मुहूर्त में रामलीला मैदान, सिटी डिस्पेन्सरी नम्बर दो के पीछे, राधाकिशनपुरा, ऋषिकुल मार्ग, बसंत बिहार, जयपुर रोड, सुभाष चौक, सालासर स्टैंड, नवलगढ़ व पिपराली रोड सहित कई जगह होली मंगलाई गई। जिनमें काफी संख्या में शामिल होकर लोगों ने पूजन व परिक्रमा की। इसी के साथ होली की बधाई व धोक का सिलसिला भी शुरू हो गया। जो अब तक जारी है।
बैंड बाजों के साथ हुआ होलिका दहनसीकर शहर में राजकीय होलिका दहन सांस्कृतिक मंडल की ओर से ब्यूचाणी में हुआ। इससे पहले होली पूजक पहले बावड़ी गेट स्थित रघुनाथ मंदिर में पहुंचे। जहां पूजन करने के बाद वे बैंड बाजों के साथ ब्यूचाणी पहुंचे। यहां सैंकड़ों शहरवासियों की मौजूदगी में होलिका दहन हुआ।
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