सीकर. राजस्थान के सीकर जिले मेंं टिड्डी दल का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। टिड्डी दल ने शनिवार को छठवीं बार जिले में दस्तक देते हुए कई इलाकों में पड़ाव डाल दिया। तीन किलोमीटर लम्बे और एक किलोमीटर चौडे दल के कारण आस-पास के इलाके के किसानों में दहशत हो गई। किसानों ने ट्डिडी को उड़ाने के लिए डीजे व पीपे बजाए लेकिन शाम का समय होने के कारण दल ने लक्ष्मणगढ तहसील के लालासी, भूरियों का बास, घस्सू, प्रतापपुरा, धोद तहसील के पलथाना और थोरासी में टिड्डी बैठ गई। जो अब भी इन इलाकों में फसलों को नुकसान पहुंचा रही है। हालांकि कृषि उपनिदेशक एसआर कटारिया ने बताया कि जिले में टिड्डी दल पर नियंत्रण के लिए विभाग की कार्यवाही जारी है।
किसानों की बढ़ी चिंता
जिले में लगातार हो रहे टिड्डी के हमले से किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। इससे पहले भी एक महीने में पांच बार जिले में हो चुके टिड्डी दल के हमले से जिले के कई इलाकों में किसानों की फसलों को नुकसान हो चुका है। वहीं, फिर से हुए टिड्डी दल के हमले ने फसलों को ओर ज्यादा नुकसान पहुंचाना तय कर दिया है। मामले में किसानों ने सरकार से फसली मुआवजे की मांग भी की है।
अंधड़ से गिरा 150 साल पुराना पीपल का पेड़
लक्ष्मणगढ़. कस्बे के भूतनाथ शिवालय मंदिर में स्थित 150 साल पुराना पीपल का पेड़ शुक्रवार रात्रि को आए तेज अंधड़ व बारिश के कारण गिरकर धराशायी हो गया। पेड़ गिरने से मंदिर परिसर में लगी रैलिंग व टाइल्स उखड़ गई। रात होने के कारण गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। मंदिर संचालन समिति के दीनदयाल जोशी ने बताया कि टूटे पेड़ को वहां से हटाकर श्रद्धालुओं की भावना के अनुरूप जल्द ही नया पीपल का पेड़ लगाया जाएगा।
राजस्थान में यहांं तीन किलोमीटर लंबे व एक किलोमीटर चौड़े टिड्डी दल ने डाला पड़ाव, फैली दहशत
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