सीकर. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सीकर जिले के पंडितों सहित कई इलाकों के लोगों ने अनूठी पहल की है। पंडितों में शादी नहीं करवाने का फैसला लिया है, तो कई परिजनों ने भी पहले से तय शादियों को स्थगित कर दिया है। जिसकी वजह कोरोना संक्रमण में लोगों की सुरक्षा को तरजीह देना है।
पौरोहित्य परिषद ने लिया फैसलासीकर शहर के पंडित जनों ने सार्वजनिक व मांगलिक कार्यक्रमों से दूरी करना शुरू कर दिया है। पौरोहित्य परिषद के अध्यक्ष पंडित नरेश जोशी, महामंत्री चंद्र शेखर इन्दोरिया, उपाध्यक्ष विनोद मिश्र, संघटन मंत्री रामस्वरूप जोशी, विक्रम जोशी, दयाराम शर्मा ने बताया कि इस कार्य से जुड़े विद्वजनों से विचार के बाद यह निर्णय किया है। जिसका मकसद यह संदेश देना है कि आजीविका से ज्यादा जरूरी जीवन है और जान है तो ही जहान है।
खंडेला व रींगस में शादियां स्थगित कोविड को लेकर जागरुकता की खंडेला व रींगस से अच्छी पेशकश सामने आई है। यहां कई घरों में शादी के कार्ड तक वितरित हो चुके थे। इसके बाद भी आयोजकों ने शादी स्थगित कर दी। खंडेला इलाके के अठबीधा हाल गुलाब बाग खंडेला निवासी मोहनलाल शर्मा ने बताया कि उनकी पुत्री ज्योति की शादी सात मई को थी। बारात सीकर से आनी थी। शादी के कार्ड भी वितरित कर दिए गए थे, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए रिश्तेदारों की सुरक्षा के मद्देनजर शादी आगामी तारीख तक स्थगित कर दी गई है। इसी तरह का मामला रींगस में सामने आया। यहां के वार्ड 26 निवासी एक परिवार ने बेटे की शादी का कार्यक्र म निरस्त कर दिया। कौशल खेस्तिका ने बताया कि उनके बड़े भाई दौलत खेस्तिका के पुत्र की शादी का कार्यक्रम 14 मई तय था। विवाह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी लेकिन कोरोना संक्रमण को रोकने में मदद करने एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अपील देखते हुए परिवार ने विवाह का कार्यक्रम टालने का फैसला लिया है। ऐसा ही मामला तीन दिन पहले श्रीमाधोपुर क्षेत्र में भी देखने को आया।
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