उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की गिरफ्त में आए हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाने का मामला बढ़ता जा रहा है. पुलिस ने बीजेपी नेता नारायण भदौरिया को आरोपी बनाया है. अब हिस्ट्रीशीटर के साथ ही बीजेपी नेता नारायण भदौरिया की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस दबिश दे रही है.
इस बीच बीजेपी हाईकमान ने भी नारायण भदौरिया पर कार्रवाई की है. नारायण भदौरिया को बीजेपी के सभी पदों से हटा दिया गया है. कानपुर पुलिस का कहना है कि वांछित व इनामी अपराधी मनोज को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाया जाने के मामले में पुलिस को कई वीडियो मिले, जिनमें से 7 आरोपियों की पहचान कर ली गई है, बाकी आरोपियों की तस्वीर जारी की जा रही है.
इन सबके बीच पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने कानपुर पुलिस पर गंभीर सवाल उठाए हैं, उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि कानपुर में कल बिकरु कांड दोहराया जा सकता था. एक इनामी अपराधी को पकड़ने गयी पुलिस के पास न प्रॉपर बैकअप था न टीम, अगर अपराधी फायर ओपन कर देता तो कौन ज़िम्मेदारी लेता? क्या अब तक BJP नेता जिसने अपराधी को छुड़ाया उस पर मुक़दमा लिखा गया? या सवाल करने पर मेरे ऊपर एक और लिखा जाएगा?
इसके अलावा सूर्य प्रताप सिंह ने एक और ट्वीट किया है. अपने दूसरे ट्वीट में सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा है कि बिकरु कांड से ना यूपी पुलिस ने सबक लिया और ना ही सरकार ने. और सरकार ले भी कैसे? उसका पूरा ध्यान तो सवाल पूछने वालों पर मुक़दमा कर उन्हें डराने पर है, यही कारण है की ‘असली अपराधी’ निर्भीक होते जा रहे हैं. अपराधियों में यूपी पुलिस का डर खत्म हो गया है और जनता में इकबाल.
बिकरु कांड से ना यूपी पुलिस ने सबक लिया और ना ही सरकार ने।
और सरकार ले भी कैसे? उसका पूरा ध्यान तो सवाल पूछने वालों पर मुक़दमा कर उन्हें डराने पर है, यही कारण है की ‘असली अपराधी’ निर्भीक होते जा रहे हैं।
अपराधियों में यूपी पुलिस का डर खत्म हो गया है और जनता में इकबाल।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) June 3, 2021
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