सीकर.अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा है कि प्रदेश के मदरसों को सुविधायुक्त कर उनमें फर्नीचर, कम्प्यूटर, अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाकर उन्हें मॉडल मदरसों के रूप में विकसित किया जाएगा। सालेह मोहम्मद मंगलवार को मदरसा इस्लामिया मिडिल स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम, ड्यूल डेस्क के उदघाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के मुस्लिम, सिख, बौद्ध, ईसाई व जैन, समाज को दिया जाएगा। राज्य सरकार ने मदरसों में स्मार्ट क्लास शुरू करने का महत्वपूर्ण कार्य हाथ में लिया है। उन्होंने कहा कि मदरसा बोर्ड को वैधानिक दर्जा दिए जाने के लिए विधान सभा सत्र में विधेयक लाया जाएगा। मदरसों के पैराटीचर्स की समस्याओं का समाधान करने के लिए मंत्रिमंडलीय समिति में प्रस्ताव शीघ्र रखा जाएगा। मदरसा पैराटीचर के नियमितीकरण के सवाल पर मंत्री ने कहा कि जो भी संविदा कर्मी है उन्हें नियमित करने को लेकर एक कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि फतेहपुर में अल्पसंख्यक छात्रावास के लिए पांच करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी की गई है। मंत्री ने समाज के लोगों का आह्वान किया कि वक्फ सम्पत्ति का सदुपयोग कर छात्रों को दीनी तालीम देकर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोडऩे का काम करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर परिषद सभापति जीवण खां ने की। समारोह में विशिष्ट अतिथि पूर्व आईजी लियाकत खान, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी दाउद अली खान, सहायक निदेशक लोक सेवाएं राकेश लाटा, संस्था के सचिव अब्दुल गफ्फार पंवार, खादिम हुसैन खत्री, मुश्ताक तंवर, अब्दुल गफ्फार मेवाफरोश, शौकत अली रंगरेज, इस्माइल कुरेशी, हाजी दीन मोहम्मद चौहान, मकसूद खान, हैदर करार, निसार अहमद ू, अब्दुल रज्जाक पंवार, पार्षद प्रेमचंद सैनी, लतीफ चौहान, फैज मोहम्मद मातवाण सहित काफी लोगमौजूद रहे।
प्रदेश के मदरसों के लिए सीकर से आई अच्छी खबर… मदरसे भी बनेंगे मॉडल। जानिए क्या-क्या होगी तब्दीली।
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