सीकर. खाड़ी देशों में भारतीयों के लिए नौकरी के बढ़ते संकट के बावजूद कबूतरबाजों की उड़ान कम नहीं हो रही है। ताजा मामले में कबूतरबाज ने रोमानिया में नौकरी का झांसा देकर पैसा वसूल लिया। बाद में अच्छी नौकरी का झांसा देकर ट्यूरिस्ट वीजा पर पीडि़त को दुबई भेज दिया गया। लेकिन वहां जाने पर उसे पता लगा कि जिस कंपनी में उसे नौकरी की बात कहीं गई। वहां पर उस नाम की तो कोई कंपनी ही नहीं है। इस पर पीडि़त ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष परिवाद पेश कर उद्योग नगर थाने में मामला दर्ज करवाया है।
ससुर के जरिये मिला पुलिस के अनुसार पीडि़त पिपराली के पुरोहित का बास नागोरिया की बस्ती का निवासी रामनिवास है। रामनिवास ने पुलिस को बताया है कि उसने गत वर्ष नंवबर माह में अपने ससुर के माध्यम से खाड़ी देश भेजने का कार्य करने वाले एजेंट बिसायतीयान मोहल्ला निवासी निशार काजी से सम्पर्क किया था। निशार काजी ने अच्छी पगार पर रोमानिया की एक कंपनी में भेजने के नाम पर उससे 13 जनवरी को एक लाख 20 हजार रुपए ले लिए। लेकिन मेडिकल करवाने के बाद यह कहकर मना कर दिया कि उस कंपनी को अब जरूरत नहीं है। वह उसे दुबई की अल सफर इंटिरियर कंपनी में 14 सौ दरहम पगार पर भेज रहा है। इस पर रामनिवास ने हां कर दी। छह फरवरी को रामनिवास को दुबई भेज दिया गया। वह वहां पर दस दिन तक इस कंपनी की तलाश करता रहा, लेकिन इस नाम की कोई कंपनी नहीं मिली। ऐसे में उसने एजेंट से सम्पर्क किया तो उसने बात नहीं की। परेशान होकर किसी तरह वह वापस आ गया। यहां आने के बाद एजेंट से सम्पर्क किया तो उसने पैसा वापस देने से मना कर दिया। इस पर रामनिवास ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष परिवाद पेश किया। जांच के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच एससीएसटी सैल के डीवाईएसपी सुशील कुमार पारीक को सौंपी गई है।
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