चला. सांसद आदर्श ग्राम की पेयजल व्यवस्था सुधारने के लिए सरकार ने बहुत योजनाएं बनाकर सपने दिखाए लेकिन गांव-ढाणियों के लोगों के हलक अब तक सूखे हैं। नीमकाथाना जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियंता मायालाल सैनी की देखरेख में यहां पूर्व में संचालित 36 करोड़ की महती पेयजल योजना के तहत तीन टयूबवेल, पम्प हाउस में जीआरएल मय बड़ी टंकी निर्माण के बाद भी कई वार्डो और राजस्व गांव ज्योतिबानगर व बागपतनगर की कई ढाणियों के लोग प्यासे है। जलदाय विभाग ने समय-समय पर वार्डो में पाइप लाइन डालने के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए। सर्दियों में भी यहां पर एक दिन छोड़कर पानी मिल रहा है वो भी पर्याप्त नहीं मिल रहा था। अब बढ़ती गर्मी के कारण यहां की ट्यूबवेल भी जवाब देने लगे है। एक ट्यूबवेल तो पूरी तरह सूख गया और अन्य का जलस्तर कम हो गया है। मात्र एक टयूबवेल के सहारे गांव की टंकी व ज्योतिबानगर की टंकी में पानी चढऩे मेें परेशानी हो रही है। ऐसे में यहां समस्या बढ़ेगी। पिछली गर्मी में भी ज्योतिबानगर व बागपनगर में पानी सप्लाई को लेकर हुई तनातनी के कारण कई दिनोंं तक पानी सप्लाई नहीं हुई थी। बाद में जनप्रतिनिधियों और जलदाय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद पानी की लड़ाई रुकी। वर्तमान में संासद आदर्श ग्राम सहित ज्योतिबानगर व बागपतनगर की करीब 10 हजार की आबादी है। सांसद आदर्श ग्राम की घोषणा के बाद सांसद ने भी अपने कार्यक्रमों में यहां के ग्रामीणों को फ्लोराइड मुक्त मीठा पानी देने और यहां आरओ लगाने के कई बार सपने दिखाए थे, लेकिन योजनाएं अभी तक धरातल पर नहीं आ सकी हैं। कई ढाणियों के लोगों को टैंकर खरीदकर प्यास बुझानी पड़ रही है।उधर चला सरपंच श्यामलाल ठेकेदार ने कहा कि चला में पेयजल समस्या से निपटने के लिए पंचायत की बैठक में प्रस्ताव लेकर जलदाय विभाग को अवगत करवाया जा चुका है। विधायक के प्रयासों से जल जीवन योजना में महती योजना स्वीकृत हुई है। उधर पंच राजकुमार मीणा ने कहा कि वार्ड तीन स्थित मौहल्ला कुड़ी में गंभीर पेयजल संकट है। यहां के ट्यूबवेल में अत्यधिक फ्लोराइड होने से लोग परेशान हैं। जलदाय विभाग वितरण व्यवस्था में सुधार करें तो आमजन को राहत मिल सकती है।
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