सीकर.कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन ही बेहतर दवा है। यह कौरी अफवाह है कि कोरोना बढ़ते तापमान से नहीं फैलेगा, प्रतिरोधक क्षमता काफी मजबूत है। यह कहना है अमेरिका में कार्यरत चूरू सुजानगढ़ के रहने वाले इंटरनल मेडिशन विशेषज्ञ डॉ. आशीष शर्मा का। डॉ.आशीष शर्मा 2009 से अमेरिका में है और फिलहाल अमेरिका के यूमो मेडिकल सेंटर में कोरोना को लेकर बनाई टास्क फोर्स टीम में कार्य कर रहे है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने और बचाव को लेकर पत्रिका संवाददाता विक्रम सिंह ने की विशेष बातचीत।
प्रश्र. भारत में लोग कोरोना वायरस को काफी हल्के में ले रहे है। उत्तर.अमेरिका में एक लाख लोग संक्रमित हो चुका है। न्यूयार्क में भी तेजी फैल रहा है। यहां भी लॉकडाउन ही है। केवल अस्पताल व अन्य सरकारी आफिस खुल रहे है। कोरोना जैसा ही वायरस पहले 2004,2002 में भी हो चुका है। उसमें उतनी मौतें नहीं हुई थी, उससे कहीं ज्यादा मौत कोरोना से हो रही है। 80 प्रतिशत लोगों में बुखार होना, 14 से 20 प्रतिशत लोगों में ज्यादा प्रभाव और 5 प्रतिशत में डायलिसिस व वेंटीलेटर पर रखना पड़ सकता है। जिन दवाओं का पहले प्रयोग किया था। उन्हें दवाओं का रिसर्च कर प्रयोग में लिया जा रहा है। इसें बिल्कुल भी हल्के में नही लेना चाहिए।
प्रश्र. क्या लॉकडाउन ही बेहतर उपाय है? उत्तर. लॉकडाउन ही सबसे बेहतर उपाय है। कम से कम बाहर जाएं। संक्रमण का डऱ कम होगा। दो से 14 दिन संक्रमण के लक्ष्ण देखने में मिलते है। शुरू में कुछ संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। बाद में स्थिति कंट्रोल हो आ जाएगी। संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने में समय लगता है। उसे खुद को भी काफी दिनों के बाद संक्रमित होने का पता लगता है। तब तक काफी देर हो जाती है और वह अन्य लोगों को भी संक्रमित कर देता है।
प्रश्र : कोरोना संक्रमित होने पर कैसे लक्ष्ण होंगे? ऐसी स्थिति होने पर क्या करें। उत्तर. अभी तक की रिसर्च में कोरोना के तीन मुख्य लक्ष्ण देखे गए है। बुखार, खासी एवं सांस टूटना जैसे मुख्य लक्ष्ण देखे गए है। साथ ही जोड़ों में दर्द, थकान भी होती है। सबसे पहले आइसोलेट रहना होगा। डॉक्टर को तुरंत बताकर चैकअप कराएं। जांच की रिपोर्ट आने तक खुद को सबसे अलग रहकर आइसोलेट करना होगा। कपड़ों से लेकर सारा सामान अलग प्रयोग करना होगा। अभी तक 80 प्रतिशत लोग ठीक हो सकते है, लेकिन सावधानी रखने की काफी आवश्यकता है।
प्रश्र : मुझे कोरोना नहीं होगा, युवाओं में काफी भ्रम है? उत्तर : यह भ्रम अमेरिका में भी काफी हुआ। 80 प्रतिशत लोगों को पहले हलकी बीमारी होती है। बाद में धीरे-धीरे बढ़ती है। अमेरिका एवं न्यूयार्क में एक लाख से अधिक संक्रमित लोग हो चुके है। 30 से 50 साल की उम्र के लोग काफी संक्रमित होकर आ रहे है। 50 की उम्र से अधिक लोगों की इम्युनिटी कमजोर होने लगती है। बल्डप्रेशर, अस्थमा, हार्टफेल जैसी बीमारी पहले से ही होती है। संक्रमण होने पर बीमारी बढऩे लगती है। इन्हें काफी संभल कर रहना आवश्यक है।
प्रश्र : भारत में कब तक वायरस रह सकता है। उत्तर : वायरस कहां-कहां पर फैल रहा है। यह जानना काफी जरूरी है। चाइना के वुहान में सबसे पहले लॉकडाउन किया। उनके 800 से तीन हफ्तों के लॉकडाउन में 63 हजार लोग संक्रमित हो गए थे। इसके बाद मरीजों की संख्या धीरे-धीरे कम हुई थी। चाइना में नए केस नहीं आ रहे है। चाइना सहित अन्य देशों ने संक्रमण को रेाकने के लिए पूरी तरह से शहरों को सेनेटाइज करवाया। लोग संयम रखें।
प्रश्र : तापमान बढऩे पर कोरोना वायरस नहीं फैलेगा। उत्तर- 177 देशों में कोरोना फैला रहा है। आस्ट्रेलिया में तापमान काफी अधिक रहता है। ऐसा नहीं है कि तापमान से कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैलेगा। अभी तक ऐसी कोई दवाई नहीं बनी है जिससे आप कोरोना से बच सके। वायरस की क्षमता कम नहीं होती है। संक्रमित मरीज से अन्य व्यक्ति के संक्रमित होने पर वैसे ही इफेक्ट करता है। ये दो से चार, चार से सोलह की संख्या में बढ़ते है।
प्रश्र : अमेरिका में क्या स्थिति है? कैसे मैनेज कर रहे है। उत्तर : स्थिति अभी कंट्रोल में नहीं है। तेजी से संक्रमण फैल रहा है। एक घंटे में ही दोगुने मरीज हो गए है। सुबह सात बजे अस्पताल जाते है। शाम को सात बजे ही वापस आते है। अलग से विशेष किट है। टेस्टिंग किट है। दूसरे अस्पताल से कनेक्ट है। सैनेटाइज करने के बाद ही घर जाते है। पहले से ही तैयारी कर रहे है। टैम्परी वार्ड बनाने शुरू कर दिए है। दवाएं नहीं है इसलिए हम भी पूरी सावधारी बरत रहे है। जरूरी सेवाओं को छोड़ कर बाहर जाने की अनुमति नहीं है।
लॉकडाउन कोरोना संक्रमण की सबसे बेहतर दवा, अमेरिका में कार्यरत डा. आशीष शर्मा बोले-तापमान बढऩे और अच्छी इम्युनिटी के भ्रम में नहीं रहे
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