सीकर. कोरोना की खतरनाक लहर में ‘खतरों के खिलाड़ी’ बन रहे 21 व्यापारियों की दुकानों को सोमवार को सीज कर दिया गया। जबकि बेवजह घर से निकले 180 से ज्यादा लापरवाह लोगों के चालान काटे गए। उपखंड अधिकारी गरिमा लाटा व कोतवाली थानाधिकारी कन्हैयालाल की टीम ने शहर में घूमते हुए अलग अलग जगहों पर ये कार्रवाई की। जो समाचार लिखे जाने तक भी जारी है। गौरतलब है कि दो दिन के वीकेंड लॉकडाउन के बाद प्रदेश में सोमवार सुबह से जन अनुशासन पखवाड़ा मनाया जा रहा है। जिसमें तीन मई तक लॉकडाउन जैसी ही पाबंदिया लागू है। लेकिन, कुछ लोग गाइडलाइन की पालना नहीं कर रहे। जिसके खिलाफ प्रशासन ने अभियान चलाते हुए जगह जगह कार्रवाई की।
कम हुआ बंद का असर, वाहन जब्त, कटे चालानवीकेंड लॉकडाउन के बाद जन अनुशासन पखवाड़े में पहले दिन ही जनता में अनुशासन नहीं दिखा। दो दिन के मुकाबले शहर में लोगों की आवाजाही बढ़ गई। गलियों से लेकर बाजार तक लोग बिना मास्क के घूमते दिखे। राशन व फल सब्जी की दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग भी टूटती रही। ऐसे 180 से ज्यादा लोगों के खिलाफ प्रशासन ने चालान काटे। उनके वाहनों को भी जब्त किया गया।
बस स्टैण्ड पर लगी भीड़शहर में रोडवेज बस डिपो पर हालात बेकाबू रहे। लॉकडाउन की अफवाह की वजह से यहां दिनभर यात्रियों की भीड़ रही। मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा यहां कई बसों में 50 फीसदी यात्री के नियम की भी पालना नहीं हुई। आसपास जूस व अन्य दुकानें भी खुली रही।
रसूख के सामने लौटी टीमजिला मुख्यालय पर कई कपड़ा व्यापारियों ने गाइडलाइन के तोड़ते हुए दुकान खोली ली। टीम के पहुंचते ही व्यापारियों में हडकम्प मच गया। इस दौरान कई व्यापारियों ने स्थानीय नेताओं को फोन लगा दिए। जैसे ही जनप्रतिनिधियों के फोन टीम में शामिल अफसरों के पास पहुंचे तो वह दबे पैर लौट आए। कई स्थानों पर सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया। जबकि जबकि कई स्थानों पर चालान काटकर दुकान सीज कर दी गई।
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