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मौत मिस्ट्री- 72 घंटे और अनसुलझे 12 सवाल

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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) को बुधवार दोपहर प्रयागराज स्थित श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के परिसर में भू-समाधि दी गई. महंत को ब्रह्मलीन हुए 72 घंटे होने को आए हैं. दो आरोपी अदालत में पेश कर जेल भी भेज दिए गए हैं. मगर, प्रयागराज की पुलिस अभी भी 12 सवालों का जवाब देने की स्थिति में नहीं है.
फिलहाल कुछ भी पूछने पर अफसर SIT की जांच रिपोर्ट आने का हवाला देकर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में अखाड़ों के साधु-संतों और श्री मठ बाघम्बरी गद्दी से जुड़े भक्तों के साथ ही आमजन के मन में भी महंत की मौत को लेकर कई तरह की शंकाएं और सवाल हैं. सभी चाहते हैं कि महंत की मौत का रहस्य पुलिस जल्द सुलझाए और हकीकत को सबके सामने लाए.
वे कौन से 12 सवाल हैं जिनके नहीं मिले जवाब

महंत के कमरे में सल्फास की डिब्बी कहां से आई. इसे लेकर आने वाला कौन था.
महंत नरेंद्र गिरि ने जिस कमरे में 20 सितंबर को फांसी लगाई थी, उसमें 2 दरवाजे थे. पुलिस के पहुंचने पर पीछे की तरफ का दरवाजा खुला था या बंद. इस सवाल का जवाब पुलिस ने अब तक नहीं दिया.
पुलिस के पहुंचने से पहले ही शव को फंदे से नीचे उतार कर क्राइम सीन और साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ क्यों की गई.
महंत को हरिद्वार से आखिरकार 13 और 20 सितंबर को किसने फोन किया था. उन्हें कौन धमका रहा था कि उनका अश्लील वीडियो वायरल कर दिया जाएगा.
13 और 20 सितंबर को जब महंत को धमकी भरी कॉल आई, तो उन्होंने पुलिस या प्रशासन से संपर्क क्यों नहीं किया.
महंत के सुसाइड नोट में काले और नीले रंग के पेन का इस्तेमाल किया गया है. क्या उनके कमरे में दो रंग के पेन थे.
महंत के सुसाइड नोट में 25 जगह काटा गया है. जहां काटा गया है या डेट बदली गई है, उसके लिए नीले रंग के पेन का इस्तेमाल किया गया है और बाकी काले रंग की पेन से लिखा हुआ था.
आनंद गिरि और आद्या तिवारी व उसके बेटे संदीप का नाम सुसाइड नोट में बार-बार लिखा गया है. अमूमन ऐसा सुसाइड नोट लिख कर आत्महत्या करने वाले नहीं करते.
महंत के मोबाइल में उनकी मौत से पहले सुसाइड नोट वाली बातों की वीडियो रिकार्डिंग है. वीडियो रिकॉर्डिंग महंत ने की या किसी और ने की.
जब सुसाइड नोट में आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी तीनों का जिक्र था तो एफआईआर में सिर्फ एक को नामजद क्यों किया गया.
महंत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में पुलिस अफसरों ने घंटों बाद भी आधिकारिक जानकारी क्यों नहीं दी.
आनंद गिरि और आद्या तिवारी को अदालत में पेश किया गया. लेकिन, आद्या के बेटे संदीप को अदालत में क्यों नहीं पेश किया गया. एक एडिशनल एसपी, सपा के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता की महंत की मौत में क्या भूमिका है.

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