सीकर/कांवट. राजस्थान के सीकर जिले के कांवट कस्बे में कोरोना संक्रमण व इसके लक्षणों के साथ हो रही मौतें ग्रामीणों में दहशत का सबब बन गई है। यहां पिछले 10 दिन में कोरोना से 9 मौत हो चुकी है। जिसके बाद से गांव में हड़कंप मचा हुआ है। सोमवार को भी गांव में कोरोना से एक 75 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि कस्बे की सीएचसी में कोरोना की जांच के लिए समय पर सैम्पल नहीं लिए जा रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार को राजकीय नारायणदास महिला चिकित्सालय में जल्द सुविधायुक्त कोविड सेंटर खोलना चाहिए। ताकि मरीजों को समय पर उपचार मिलने के साथ उन्हें रेफर होने से रोका जा सके।
110 मरीज, हर घर में बीमारजानकारी के अनुसार कांवट में अभी तक कोरोना जांच में 110 मरीज सामने आ चुके हैं। ग्रामीणों के अनुसार करीब-करीब प्रत्यके घर में खंासी-जुकाम व बुखार के रोगी हंै। ग्राम पंचायत ने भी बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते दो बार कस्बे में हाइपोक्लोराड का छिड़काव करवाया है। गांव में ज्यादातर मौतों की वजह खासी-जुकाम व बुखार ही सामने आई है।
अस्पताल भी बदहालकंावट अस्पताल में भी स्टाफ की कमी ग्रामीणों को साल रही है। यहां कुल सात चिकित्सक में से सीएचसी प्रभारी डॉ आरके शर्मा खुद कोरोना पॉजिटिव है। वहीं एमडी फिजिशियन डॉ सुनील रूलानियां व एमडी मेडिसिन डॉ मनीष अग्रवाल को कोरोना के चलते सीकर लगा दिया है। वहीं सर्जन डॉक्टर रामजीलाल सामोता बुखार होने के कारण होम आईसोलेट है। ऐसे में मरीजों को अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों से इलाज नही मिल पा रहा है।
गांवों में बढ़ रहा संक्रमणसीकर के गांवों में कोरोना का संक्रमण लगातार गहराता जा रहा है। इससे पहले लक्ष्मणगढ़ के खीरवा गांव में भी 16 दिन में 21 मौत का मामला सामने आया था। जिसके बाद शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने वहां विशेष टीम भेजी थी। इसी तरह जिले के ओर भी दर्जनों गांवों में संक्रमण व मौतों की दर में कई गुना इजाफा मिला है।
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